समोसे में कंकड़, गुलाब जामुन में कीड़े और मक्खनबड़ों में चींटियां
मंत्रियों और अफसरों के यहां भी होती है सर्विस
पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के कार्यालय में सेक्शन ऑफिसर संजय चौधरी, असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर महेश कटारिया और क्लर्क राकेश मीणा ने मंगलवार को सचिवालय कर्मचारी संघ की कैंटीन से समोसा मंगवाया था। खाने के दौरान समोसों में कंकड़ निकले।
जयपुर। सचिवालय जहां से पूरे प्रदेश में शासन चलाया जाता है, वहां स्थित एक कैंटीन से मंगलवार को चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है। गुलाब जामुन में कीड़े तैर रहे थे। समोसे में कंकड़ मिले। हालात इतने खराब थे कि मक्खन बड़ों में चींटियां लगी हुईं थीं और चूहे घूम रहे थे। मौके पर पहुंचे कर्मचारी संघ ने कैंटीन में ताला लगा दिया। सचिवालय में सीएम समेत मंत्रियों के साथ ही अफसरों के ऑफिस हैं और इन दफ्तरों में यहां से सर्विस की जाती है। इस कैंटीन का संचालन सचिवालय कर्मचारी संघ की देखरेख में किया जाता है। इसके लिए संचालक नियुक्त किया जाता है। इस समय सचिवालय में अलग-अलग कर्मचारी संघों की पांच कैंटीन है।
ऐसे हुआ खुलासा
पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के कार्यालय में सेक्शन ऑफिसर संजय चौधरी, असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर महेश कटारिया और क्लर्क राकेश मीणा ने मंगलवार को सचिवालय कर्मचारी संघ की कैंटीन से समोसा मंगवाया था। खाने के दौरान समोसों में कंकड़ निकले। अफसर और कर्मचारियों ने राजस्थान कर्मचारी संघ के अध्यक्ष को मौके पर बुलाया, लेकिन नहीं आने से कर्मचारी गुस्से में कैंटीन पहुंच गए।
कैंटीन में रखे खाने के सामान की जांच की तो पता चला कि सभी मिठाई घटिया है। गुलाब जामुन में कीडें मिले। मक्खन बड़ों में चींटियां लगी थी और चूहे घूमते दिखाई दिए। कर्मचारियों ने कैंटीन संचालक को देखा तो वह मौजूद नहीं था। कर्मचारी संघ के महामंत्री कपिल वर्मा ने सभी की मौजूदगी में कैंटीन पर ताला लगा दिया।
कुछ लोगों ने इसे राजनीतिक रंग दे दिया और माहौल को गरमा दिया। सोशल मीडिया पर गुलाब जामुन की जो फोटो दिखाई जा रही है, वह भी पुरानी है। कैंटीन में कुछ अव्यवस्थाएं जरूर थीं, जिनमें सुधार कर लिया गया है। -कपिलदेव, अध्यक्ष राजस्थान सचिवालय कर्मचारी संघ
पिछले कई दिनों से कैंटीन में खाने को लेकर शिकायत मिल रही थी। कई बार कैंटीन संचालक को चेतावनी भी दी गई, लेकिन उसके बाद भी क्वालिटी को सुधारा नहीं गया। मंगलवार को कैंटीन में बने समोसे में फिर से कंकड़ निकले। मौके पर आकर देखा तो यहां पर गंदगी का अंबार मिला है। इससे कर्मचारियों में आक्रोश हो गया। इस पर कैंटीन के ताला लगाया गया था।- कपिल वर्मा, महामंत्री, राजस्थान सचिवालय कर्मचारी संघ
जो गुलाब जामुन बताए जा रहे हैं, वे पुराने हैं और पीछे की तरफ रखे हुए थे। बरसात के मौसम में कुछ अव्यवस्था हो जाती है, जिसे रोजाना सुधारा जाता है। कर्मचारियों की राजनीति के चलते हमें बदनाम किया जा रहा है। कैंटीन को लेकर जिस तरह प्रचारित किया जा रहा है, वह गलत है।-हरिओम राजपुरोहित, संचालक, सचिवालय कर्मचारी संघ कैंटीन
Comment List