कम विद्यार्थियों वाले स्कूलों को हिंदी मीडियम में बदलेगी सरकार, पास के इंग्लिश मीडियम स्कूलों में शिफ्ट होंगे बच्चे
कांग्रेस सरकार ने बच्चों का भविष्य बर्बाद किया
आगामी बैठक में अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ आने के निर्देश दिए हैं, ताकि पता लग सके कि कितने विद्यार्थी प्रभावित होंगे।
जयपुर। महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूलों की समीक्षा के लिए डिप्टी सीएम डॉ.प्रेमचंद बैरवा की अध्यक्षता में गठित केबिनेट सबकमेटी की बैठक हुई, इसमें कम विद्यार्थियों वाले इंग्लिश मीडियम स्कूलों को हिंदी मीडियम में मर्ज करने पर फैसला हुआ हैं। साथ ही, उन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पास के अंग्रजी मीडियम स्कूलों में प्रवेश देने पर भी चर्चा हुई। बैठक में मंत्री मदन दिलावर, सुमित गोदारा और गजेन्द्र खींवसर भी मौजूद रहे।
अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ आने के निर्देश: बैठक के बाद डॉ. बैरवा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जिन अंग्रेजी मीडियम स्कूलों में कक्षा में दस से कम विद्यार्थी हैं, उन स्कूलों को हिंदी मीडियम में मर्ज किया जाएगा। साथ ही अंग्रेजी मीडियम में पढ़ने वाले बच्चों को नजदीकी महात्मा गांधी स्कूलों में प्रवेश दिलाया जाएगा। इसके लिए उन्हें ट्रांसपोर्ट वाउचर भी दिए जाएंगे।
समीक्षा के दौरान करीब 800 से ज्यादा ऐसे स्कूल सामने आए हैं, जिनमें कक्षाओं में दस से कम बच्चे हैं। हालांकि बैठक में अभी फाइनल फैसले नहीं हुए हैं। आगामी बैठक में अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ आने के निर्देश दिए हैं, ताकि पता लग सके कि कितने विद्यार्थी प्रभावित होंगे।
कांग्रेस सरकार ने बच्चों का भविष्य बर्बाद किया
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि कांग्रेस ने आनन-फानन में स्कूलों को इंग्लिश मीडियम में बदला। पद सृजित नहीं किए और ना ही कमरे बनाए। हिंदी मीडियम के शिक्षकों को ही अंग्रेजी मीडियम में लगा दिया, जिससे पढ़ाई प्रभावित हुई। कांग्रेस सरकार ने बच्चों का भविष्य बर्बाद कर दिया था। हमारी कोशिश रहेगी कि जो बच्चे अंग्रेजी माध्यम में पढ़ना चाहते हैं, उन्हें नजदीकी अंग्रेजी मीडियम स्कूलों में एडमिशन दिलाया जाए।
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