बगरू में स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू, 45 हजार घरों में लगाने का 3 माह का लक्ष्य
रियल टाइम खपत के आधार पर मिलेगा बिल, एवरेज बिलिंग होगी खत्म
इन मीटरों की खासियत यह है कि अब उपभोक्ताओं को औसतन बिल नहीं, रियल टाइम खपत के आधार पर बिल मिलेगा, जिससे एवरेज बिलिंग की पुरानी समस्या खत्म हो जाएगी।
बगरू। बिजली व्यवस्था को स्मार्ट और पारदर्शी बनाने की दिशा में बदलाव शुरू हो गया है। उपभोक्ताओं को दी जाने वाली बिजली को हाईटेक बनाने का काम तेजी से किया जा रहा है। बिजली निगम द्वारा पुनर्गठित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत अब बगरू सहायक कार्यालय के अधीन आने वाले करीब 45 हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं के घरों में पुराने मीटरों की जगह अब नए स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। गत एक माह से सर्वे व अन्य काम चल रहा था। गत सप्ताह से अजमेर रोड इलाके से स्मार्ट मीटर लगाने का काम भी शुरू हो चुका है। बगरू नगर पालिका क्षेत्र में करीब 10 हजार 824 व ग्रामीण क्षेत्र में करीब 34 हजार 176 स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। तीन माह में पूरे क्षेत्र में मीटर बदलने का लक्ष्य तय किया गया है। इन मीटरों की खासियत यह है कि अब उपभोक्ताओं को औसतन बिल नहीं, रियल टाइम खपत के आधार पर बिल मिलेगा, जिससे एवरेज बिलिंग की पुरानी समस्या खत्म हो जाएगी।
सहायक अभियंता राजेश कुमार मीणा ने बताया कि एडवांस्ड मीटरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर सर्विस प्रोवाइडर (एएमआइएसपी) की सहायता से ये स्मार्ट मीटर काम करते हैं। अगर उपभोक्ता स्मार्ट मीटर का इस्तेमाल कर रहा है और मीटर में कोई छेड़छाड़ या तकनीकी कमी आती है, तो इसकी सूचना अपने आप बिजली कंपनी को मिल जाएगी और कंपनी बिना शिकायत के खुद सुधार की प्रक्रिया शुरू कर देगी। इससे बिजली बिलों में गड़बड़ी की संभावनाएं भी कम होगी। बिजली बिल बकाया होने पर लगने वाले विलंब शुल्क से भी निजात मिलेगी। बिजली निगम के द्वारा प्रत्येक माह योजना से जुड़े बिल बांटने, प्रिंटिंग करने बिल जमा करने का प्रबंध करने जैसी समस्याओं से भी राहत मिलेगी। वहीं डिजिटल सुविधा बढ़ते से आमजन को काफी लाभ भी मिलेगा। उपभोक्ता मोबाइल के माध्यम से बिलिंग से जुड़े रहेंगे।

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