एफएसएसएआई के सीईओ ने की प्रदेश के खाद्य सुरक्षा कार्यों की समीक्षा : निर्देश देते हुए कहा- घी, दूध, पनीर के नियमित सैंपल लें, 90 दिन में जांच कर फैसला दें
3734 सेम्पल सब स्टेंडर्ड एवं 131 मिस ब्रांडेड पाए गए
केन्द्रीय सीईओ ओटीएस के सभागार में प्रदेश में खाद्य सुरक्षा को लेकर किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रहे थे
जयपुर। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के केन्द्रीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी जी. कमला वर्धन ने बुधवार को मिलावट रोकने के लिए दर्ज किए जा रहे केसेज की जानकारी ली एवं इनके त्वरित निस्तारण के साथ सतत निगरानी के निर्देश दिए। केन्द्रीय सीईओ ओटीएस के सभागार में प्रदेश में खाद्य सुरक्षा को लेकर किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। अतिरिक्त जिला कलक्टर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की क्षेत्रीय अधिकारियों की मीटिंग। कहा कि आमजन के दैनिक खाद्य पदार्थों में शामिल घी, दूध, पनीर मसाले जैसे पदार्थों के सेंपल नियमित रूप से लिए जाएं और इनसे संबंधित केसेज को त्वरित रूप से निस्तारित किया जाए। उन्होंने प्रदेश में फूड सेफ्टी ऑफिसर्स के रिक्त पदों के बारे में जानकारी लेते हुए यथाशीघ्र भरने के भी निर्देश दिए।
रेगुलेटरी कम्प्लाइंस डिविजन के निदेशक राकेश कुमार एवं कार्यकारी निदेशक सत्येन कुमार पंडा ने कहा कि अधिनियम के तहत सेंपलिंग के बाद अधिकतम 90 दिवस में केस पर निर्णय किया जाना आवश्यक है। खाद्य सरक्षा आयुक्त एच. गुईटे ने खाद्य सुरक्षा के तहत किए जाने वाली कार्यवाही की रियल टाइम मॉनिटरिंग एवं आमजन को आवश्यक जानकारी प्रदान करने के लिए एआई आधारित एप विकसित की जा रही है। इसमें आमजन के लिए प्रश्नावली सहित आवश्यक जानकारी भी उपलब्ध होगी। अप्रेल 24 से मार्च 2025 की अवधि में प्रदेश में 18,213 सेम्पल लिए गए। इनमें 863 अनसेफ, 3734 सेम्पल सब स्टेंडर्ड एवं 131 मिस ब्रांडेड पाए गए। इनमें से 17,615 सेम्पल्स का विश्लेषण कर आवश्यक कार्यवाही कर दी गयी है। शेष 598 पेंडिंग मामलों में जिलावार अवधि निर्धारित कर नियमानुसार निस्तारण करने के निर्देश दिए गए हैं। समीक्षा बैठक में निदेशक आईईसी शाहीन अली खान, अतिरिक्त खाद्य सुरक्षा आयुक्त पंकज ओझा, संयुक्त आयुक्त डॉ. विजय प्रकाश शर्मा सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।

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