10 मिनट में पूरी वारदात : ताले तोड़े, कट्टे में चांदी भरी घसीटते हुए ले गए और बाइक से हो गए फरार
पुलिस अभी हर पहलू पर जांच करने की बात कह रही
माणक चौक थाना इलाके के सिद्धिविनायक कॉम्पलेक्स स्थित श्री गजानंद ज्वेलर्स के मालिक विनोद अग्रवाल और उनका पूरा परिवार वारदात के बाद सदमे हैं। इनके साथ ही पूरे कॉम्प्लेक्स में दुकान चला रहे स्थानीय व्यापारी भी इस वारदात से अचंभित हैं। चोरों ने वारदात के दौरान सीसीटीवी कैमरों पर स्प्रे कर दिया, जिससे कई कैमरे बंद हो गए।
जयपुर। माणक चौक थाना इलाके के सिद्धिविनायक कॉम्पलेक्स स्थित श्री गजानंद ज्वेलर्स के मालिक विनोद अग्रवाल और उनका पूरा परिवार वारदात के बाद सदमे हैं। इनके साथ ही पूरे कॉम्प्लेक्स में दुकान चला रहे स्थानीय व्यापारी भी इस वारदात से अचंभित हैं। चोरों ने वारदात के दौरान सीसीटीवी कैमरों पर स्प्रे कर दिया, जिससे कई कैमरे बंद हो गए। कॉम्पलेक्स में करीब डेढ़ घंटे तक चोरों ने मनमानी की। बदमाशों ने इतने अंदर तक आकर वारदात की जबकि वहां गार्ड भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि जिस रास्ते से बदमाश आए और जाली काटकर सिर्फ श्रीगजानंद ज्वेलर्स को निशाना बनाया, उससे लग रहा है कि किसी ने इस दुकान की रैकी कराई है हालांकि पुलिस अभी हर पहलू पर जांच करने की बात कह रही है।
पुलिस की जांच शुरू, साक्ष्य एकत्र
सूचना पर माणक चौक पुलिस और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। घायल गाडार्ें को अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। घायल हुए गार्ड मानसिंह (42) गुढ़ाचन्द जी मालू करौली, गिरिराज प्रसाद (55) खेड़ली अलवर और मदन नेपाल का रहने वाला है। इन तीनों से भी पूछताछ की जा रही है।
14 साल से कर रहे हैं दुकान
ज्वैलर विनोद अग्रवाल के बेटे ने बताया कि वे लाल कोठी के रहने वाले हैं और करीब 14 साल से यहां पर ज्वेलरी की दुकान कर रहे हैं। बदमाश पूरे जीवन की कमाई लेकर चले गए। हमने कभी सोचा भी नहीं था कि इतनी सुरक्षा के बावजूद यह सब होगा।
कॉम्पलेक्स में संचालित हैं 70 दुकानें
सिद्धि विनायक कॉम्पलेक्स में करीब 70 दुकानें संचालित हैं, जिनमें से आधा दर्जन दुकानें ज्वेलरी की हैं। रात को कॉम्पलेक्स के मुख्य गेट बंद कर दिए जाते हैं और चारों तरफ जाली लगी है। दिन में दो गार्ड तैनात रहते हैं जबकि रात में एक गार्ड ड्यूटी पर होता है वहीं दिन में काम करने वाला एक गार्ड अंदर ही सोता है। दुकानों के अदंर के सीसीटीवी बंद कर दिए जाते हैं, जबकि कॉम्प्लेक्स के चौक में लगे सीसीटीवी चालू रहते हैं।

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