पेयजल संकट : दूषित जलापूर्ति बनी ग्रामीणों की आफत
झालावाड़ शहर के हाउसिंग बोर्ड, कालीदास कॉलोनी का मामला, बढ़ा बीमारियों का खतरा
सरकार से बजट नहीं आने के कारण काम आगे नहीं बढ़ रहा है और शहर में पेयजल की समस्या बनी रहती है।
झालावाड़। झालावाड़ शहर इन दिनों पेयजल समस्याओं की चपेट में है, कहीं कम दबाव से पेयजल आपूर्ति हो रही है तो कहीं गंदे पानी की समस्याएं सामने आ रही है। झालावाड़ शहर के नाला मोहल्ला हाउसिंग बोर्ड मास्टर कॉलोनी कालीदास कॉलोनी इत्यादि क्षेत्रों में बेहद कम दबाव से जलापूर्ति हो रही है, जिसके चलते लोग अपनी आवश्यकता का पानी भी नहीं भर पा रहे हैं। साथ ही शहर के निचले इलाकों में गंदे पानी की आपूर्ति भी हो रही है, जिसके चलते लोग बीमारियों की चपेट में है। गौरतलब है कि कालीसिंध नदी जो कि झालावाड़ का प्रमुख पेयजल स्रोत है, जहां पर बिंदु दह से झालावाड़ शहर में पानी की आपूर्ति होती है। इसके अतिरिक्त आधे शहर के लिए पानी छापी डेम से लिया जाता है। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार झालावाड़ शहर के लिए 60-60 लाख लीटर पानी दोनों जगहों से लिया जा रहा है।
शहर में इन दिनो जलदाय विभाग की लाइनें फूटना एक प्रमुख समस्या है जिसके कारण नलों में दूषित पानी आ रहा है जिसको लेकर इन दिनों खासतौर पर पेट से संबंधित बीमारियां शहर में तेजी से बढ़ रही हैं, शहर के निचले इलाकों में खासतौर पर नाला मोहल्ला और उसके आसपास के क्षेत्रों में बिना मोटर लगाए पानी भरा ही नहीं जा सकता, क्योंकि वहां पर दबाव इतना कम होता है कि यदि मोटर सड़क पर नहीं लगाओ तो पानी घर तक भी नहीं पहुंचता है ऐसे में इन इलाकों में लोग मोटर लगाए बिना पानी नहीं भर पा रहे हैं हालांकि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी कर्मचारी शहर में जलापूर्ति दुरुस्त होने के बड़े-बड़े दावे करते हैं किंतु जब बस्तियों में देखते हैं तो हालात उल्टे ही नजर आते हैं शहर में अभी भी कई कॉलोनियां ऐसी हैं, जहां बारह ही महीने पेयजल की समस्या बनी रहती है। बरसात के दिनों में हालात और बिगड़ हो जाते हैं क्योंकि जैसे ही कालीसिंध नदी में बाढ़ आती है तो पेयजल लाइनें अस्त व्यस्त हो जाती हैं, कई बार पंपिंग स्टेशन डूब जाता है जिसके चलते शहर की जलापूर्ति बाधित रहती है। राजस्थान सरकार द्वारा इस वित्तीय वर्ष में अमृत योजना के लिए बजट नहीं दिए जाने से भी झालावाड़ के लोगों को खासी निराशा हाथ लगी है, क्योंकि अमृत योजना के अंतर्गत झालावाड़ शहर में 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू किए जाने का प्रस्ताव है, किंतु सरकार से बजट नहीं आने के कारण काम आगे नहीं बढ़ रहा है और शहर में पेयजल की समस्या बनी रहती है।
आजकल नलों में गंदा पानी आ रहा है पानी मटमैला रंग का है जो छानने पर भी साफ नहीं होता है इससे कई तरह की बीमारियां हो रही है।
- हरीश, गागरोंन रोड, झालावाड़
झालावाड़ क्षेत्र के कई मोहल्ले में नलों में प्रेशर बहुत कम आता है पानी घर के अंदर भी नहीं पहुंचता है। मोटर लगाकर पानी भरना पड़ता है ऐसे में यदि लाइट बंद हो जाती है तो लोग पानी नहीं भर पाते।
- हुकुमचंद , निवासी झालावाड़
पानी की लाइनें जगह-जगह फूटी है जिससे जब सप्लाई बंद होती है तो पाइपों में गंदा पानी भर जाता है और वही पानी नल में आ रहा है।
- अनुराग, निवासी झालावाड़
हमारे यहां कालिदास कॉलोनी में पानी की गंभीर समस्या हमेशा बनी रहती है ना तो सप्लाई टाइम पर आती है ना ही नियमित आती है ऐसे में पानी के लिए बहुत परेशान होना पड़ता है।
- नरेंद्र, निवासी झालावाड़
झालावाड़ में पानी का सिस्टम ठीक चल रहा है, तथा शहर की मांग के अनुरूप पानी दिया जा रहा है, गंदे पानी की समस्या को दूर कर दिया गया है।
- भावना, सहायक अभियंता, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग झालावाड़

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