किशोर सागर तालाब में एक साथ 9 कॉर्मोरेंट पक्षी मिले अचेत, 1 की मौत
तालाब में पेस्टीसाइड की आशंका से जलीय जीवों की सुरक्षा पर उठे सवाल
बोट आॅपरेटर ने रेस्क्यू कर पक्षियों को चिड़ियाघर पहुंचाया
कोटा। किशोर सागर तालाब में एक साथ 9 कॉर्मोरेंट पक्षियों के अचेतावस्था में मिलने से वन्यजीव प्रेमियों में सनसनी फैल गई। इनमें से एक पक्षी की संदिग्ध मौत हो गई। घटना से तालाब में पेस्टीसाइड की मौजूदगी की आशंका से जलीय जीवों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। बोट आॅपरेटर ने सभी अचेत पक्षियों का रेस्क्यू कर वन्यजीव विभाग के चिड़ियाघर लेकर पहुंचे। जहां उनका इलाज करवाया। हालांकि, इनमें से एक पक्षी का दम टूट चुका था। जिसका वन्यजीव चिकित्सक ने पोस्टमार्टम कर सैंपल जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजे। पोस्टमार्टम में मौत के कारणों का ठीक से पता नहीं चल सका। लेकिन, बर्ड्स की हालत देखते हुए वन अधिकारियों द्वारा तालाब के पानी में पेस्टीसाइड की मौजूदगी से घटना घटित होने की आशंका जताई जा रही है।
एक साथ पानी में बहते हुए मिले
बायोलॉजिस्ट उर्वशी शर्मा ने बताया कि घटना शाम 4 से 5 बजे की है। सेवन वंडर्स की तरफ किशोर सागर तालाब में 9 कॉर्मोरेंट पक्षी एक साथ अचेतावस्था में बहते हुए आ रहे थे, शरीर में मूवमेंट नजर नहीं आया तो अनहोनी का शक हुआ। बोट ले जाकर पास जाकर देखा तो वह अचेतावस्था में थी। जिनका रेस्क्यू कर तुरंत चिड़ियाघर रेस्क्यू सेंटर लेकर पहुंचे। जिनमें एक पक्षी की मौत हो गई। शेष का चिकित्सक से इलाज करवाया।
बोट पास आने पर भी नहीं उड़ी तो हुआ शक
बोट आॅपरेटर बनवारी यदुवंशी ने बताया कि कॉर्मोरेंट पक्षी एक साथ एक ही लाइन में आकाश में उड़ते हैं। पानी में मछलियों का शिकार करते हैं। जब यह पक्षी पानी के बहाव में बहते हुए नजर आए और शरीर में कोई मूवमेंट नहीं हुआ तो बोट ले जाकर पास पहुंचे तो भी नहीं उड़े। जबकि, यह पक्षी अपने आसपास कोई नांव या बोट आने पर तुरंत उड़ जाती है। लेकिन, तालाब में ऐसा नजर नहीं आया, उनकी स्थिति पर गौर किया तो मामला संदिग्ध लगा और सभी पक्षियों का रेस्क्यू कर चिड़िया घर पहुंचाया। वहीं, तालाब में और पक्षियों के अचेतावस्था में होने की आशंका के चलते पूरे तालाब में सर्च किया। कुछ कॉर्मोरेंट पक्षी कुछ इसी अवस्था में नजर आए थे लेकिन उनकी स्थिति इनके मुकाबले बेहतर थी, ऐसे में वह उड़ गई।
पेस्टीसाइड की आशंका
वन्यजीव प्रेमियों का कहना है कि कॉर्मोरेंट पक्षियों के अचेतावस्था में मिलना और एक ही संदिग्ध मौत से किशोर सागर तालाब में पेस्टीसाइड की मौजूदगी की आशंका बढ़ गई है। जिससे जलीय जीवों की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं। वन्यजीव प्रेमियों का कहना है कि किशोर सागर तालाब में किसी ने जहरीला पदार्थ या पेस्टसाइड दवाइयां पानी में फेंकी हो, जिसे मछलियों ने खा लिया और उन मछलियों को इन पक्षियों के खाने से उनकी हालात ऐसी हो गई हो, ऐसी आशंका जताई जा रही है। हालांकि, वास्तविक कारणों का पता फोरेंसिक साइंस को भेजे गए मृत पक्षी के सैंपलों की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता लग पाएगा।
इनका कहना है
बोट ऑपरेटर्स कॉर्मोरेंट पक्षियों को रेस्क्यू कर लाए थे। सभी पक्षी अचेतावस्था में थे। इनमें से एक की मौत हो गई थी, जो संदिग्ध होने पर पोस्टमार्टम कर सैंपल जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लैब को भेजे गए हैं। वहीं, शेष बर्ड्स का इलाज किया गया है। जिनकी स्थिति पहले से ठीक है। आशंका ऐसी भी है कि किशोर सागर तालाब में पेस्टीसाइड फेंकी गई हो, जिसे मछलियों ने खा लिया और उन मछलियों का कॉर्मोरेंट पक्षियों ने शिकार किया हो। हालांकि, पक्षी की मौत के वास्तविक कारणों का पता एफएसएल की रिपोर्ट आने के बाद ही लग पाएगा।
-अनुराग भटनागर, डीएफओ वन्यजीव विभाग कोटा
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