कोबरा के बाद अब शहर में अजगर भी मचा रहा दहशत
जंगल से निकल रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे सांप
बारिश के सीजन में हर दिन घरों से हो रहे रेस्क्यू ।
कोटा। बारिश के दिनों में सांपों का भूमिगत बिलों से बाहर निकल रिहायशी इलाकों में पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है। शहर में कोबरा, वाइपर व करैत, गोयरा के बाद अब अजगर की भी दस्तक बढ़ गई है। शनिवार को चंबल गार्डन की नर्सरी में अजगर आने के बाद रविवार को फिर से गार्डन के टिकट विंडो पर 8 फीट लंबा अजगर आ धमका। जिसे देख पर्यटक व टिकट काट रहे कर्मचारियों में दहशत मच गई। वहीं, आए दिन विभिन्न प्रजातियों के सांप घरों की चौखट दस्तक दे रहे हैं।
पर्यटक व राहगीरों में मचा हड़कम्प
चंबल गार्डन के मुख्य द्वारा पर बनी टिकट विंडो के पास रविवार दोपहर 3 बजे 8 फीट अजगर निकल आया। वह पास की दीवार में हो रहे गड्ढ़े में छिप गया। सूचना पर स्नेक केचर गोविंद शर्मा मौके पर पहुंचे और आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसे रेस्क्यू किया जा सका। बाद में उसे जंगल में सुरक्षित रिलीज कर दिया गया। यहां मौजूद लोगों ने बताया कि इससे पहले अजगर को सड़क पर चलता देखा गया था, वह बाद में गार्डन में चला गया था, जो अब पकड़ में आया।
प्रतिमाह 60 से ज्यादा सांप हो रहे रेस्क्यू
स्नैक कैचर्स के मुताबिक, सांप के भूमिगत बिलों से बाहर निकल कर रिहायशी इलाकों में पहुंचने के मामले मानसून में अधिक होते हैं। बरसात से उनके बिलों में पानी भर जाने व जमीन में गर्मी का दबाव अधिक बढ़ने से सांप बाहर निकल आते हैं और भोजन की तलाश में रिहायशी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं। शहर में प्रतिमाह 60 से ज्यादा सांप रेस्क्यू हो रहे हैं। वहीं, कई जगहों पर तो सांप आने और जाने का पता नहीं लग पाता। ऐसे में इनकी संख्या का सटीक अनुमान नहीं लगाया जा सकता।
नर्सरी में महिला श्रमिकों पर हमले की थी कोशिश
रेस्क्यूअर शर्मा ने बताया कि शनिवार दोपहर को चंबल उद्यान में स्थित नर्सरी में महिलाएं काम कर रही थीं। इसी दौरान एकाएक अजगर आ गया। उसने महिलाओं पर हमला करने की कोशिश की। अजगर को देखकर महिलाएं घबरा गई। बाद में पत्थरों की दीवार में छिप गया। जिसे 20 मिनट की मशक्कत के बाद रेस्क्यू किया जा सका।
गांधी उद्यान व टापरी में निकला कोबरा
गत दो अगस्त को तालेड़ा कस्बे में एक किसान की टापरी में साढ़े पांच फीट लंबा कोबरा सांप छिपा हुआ था। यहां रेस्क्यूअर रॉकी डेनियाल ने कमरे में रखी लकड़ियों के ढेर में छिपा कोबरा को रेस्क्यू किया। इसी तरह चंबल गार्डन के गांधी उद्यान में बने आॅफिस के पास ब्लैक कोबरा घात लगाए बैठा था। कर्मचारियों की नजर पड़ने पर हड़कम्प मच गया। सूचना पर पहुंचे रेस्क्यूअर गोविंद शर्मा ने उसे रेस्क्यू किया।
बाल-बाल बची थी जान, बाटी के ओवर में कोबरा
गोविंद ने बताया कि कुछ माह पहले रावतभाटा रोड स्थित नयागांव में देवनारायण मंदिर के पीछे बने मकान में करीब साढ़े 4 फीट लंबा कोबरा रसोई में घुस गया था। वह बाटी बनाने के ओवन में जाकर छिपा गया। तभी परिवार की महिला बाटी बनाने के लिए ओवन के ऊपर का ढक्कन हटाया तो कोबरा फन फैलाकर बैठा था। जिससे परिवार में हड़कम्प मच गया। बाद में उसे रेस्क्यू किया गया।

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