नए पर करोड़ों खर्च, पुराने की हो रही दुर्दशा
खिलाड़ियों को सुविधा से होना पड़ रहा वंचित
निगम अधिकािरयों की अनदेखी के चलते यह धीरे-धीरे दुर्दशा का शिकार हो गया।
कोटा। केन्द्र व रा’य सरकार द्वारा एक तरफ तो खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए नए-नए स्टेडियम और खेल संकुल का निर्माण कराया जा रहा है। वहीं खेलने के पुराने स्थानों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। जिससे वे दुर्दशा का शिकार हो रहे हैं। ऐसी ही हालत है दादाबाड़ी के बैडमिंटन हॉल की। नगर निगम व नगर विकास न्यास के माध्यम से जहां नयापुरा और गुमानपुरा में खेल संकुल व इनडोर स्टेडियम बनाने पर करोड़ों रुपए खर्च किए हैं। वहीं दूसरी तरफ निगम के पुराने बने हुए बैडमिंटन हॉल पर किसी का ध्यान नहीं है। नगर निगम कोटा दक्षिण के वार्ड 61 में स्थित है नगर निगम का बैडमिंटन हॉल। निगम के पुस्तकालयन भवन के दूसरी तरफ बने इस बैडमंटन हॉल की इतनी अधिक दुर्दशा हो रही है कि यह धीरे-धीरे जर्जर होता जा रहा है। वार्ड का यह बैडमिंटन हॉल न केवल वार्ड वासियों के लिए वरन पूरे क्षेत्र के लोगों के खेलने का स्थान था। लेकिन कोरोना काल के समय इसे बंद किया गा। उसके बाद से इसे चालू ही नहीं किया गया। जिससे निगम अधिकािरयों की अनदेखी के चलते यह धीरे-धीरे दुर्दशा का शिकार हो गया।
चोरी होने लगा सामान
स्थानीय निवासी आशा जैन समेत अन्य महिलाओं ने बताया कि निगम अधिकारियों की देखरेख के अभाव में यहां से धीरे-धीरे सामान तक चोरी हो रहा है। जिससे यह पूरी तरह से दुर्दशा का शिकार व बदहाल हो गया है।
छत से लेकर दरवाजे तक बदहाल
बैडमिंशन हाल की वर्तमान में हालत इतनी अधिक खराब हो रही है कि इसकी छत से लेकर दरवाजे तक सभी खराब हो गए हैं। पूरे हॉल में गंदगी छायी हुई है। शौचालय से लेकर पूरा परिसर गंदगी से अटा पड़ा है।
नशेड़ियों का अड्डा
स्थीनीय निवासी रमेश शर्मा समेत अन्य लोगों ने बताया कि पूरे बैडमिंटन हॉल परिसर में झाड झंकार उगे हुए हैं। जिससे यहां अंधेरा भी रहने लगा है। ऐसे में रात के समय ही नहीं दिन में भी अक्सर नशेड़ी व स्मैकची बैठेी रहते हैं। जिससे यह उनका अड्डा बना हुआ है। नशेड़ियों के कारण रात के समय चोरियां होने का खतरा भी बना हुआ है।
बच्चे व युवा खेलने से वंचित
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह बैडमिंटन हॉल वार्ड के बच्चों व युवाओं के खेलने का अच्छा स्थान था। शाम के समय लोग यहां बैडुमनशन का अभ्यास करते थे। लेकिन पिछले तीन साल से अधिक समय से यह बंद पड़ा है।
छत खराब होने से खर्चा अधिक
नगर निगम कोटा दक्षिण वार्ड 61 के पार्षद रामबाबू सोनी ने बताया कि इस बैडमिंटन हॉल को कोरोना काल में बंद किया गया था। उसके बाद से यह चालू नहीं हुआ। तत्कालीन आयुक्त कीर्ति राठौड़ के समय में इसे सही करवाने के लिए दिखाया भी था। लेकिन उस समय इसकी छत से लेकर काफी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। इसकी मरम्मत पर काफी खर्चा होने कोे देखते हुए इसी सही नहीं कराया गया है। पार्षद सोनी ने बताया कि उन्हें वार्ड में कामों के लिए जो बजट मिला था उससे सीसी रोड, नाली और अन्य काम ही पूरे नहीं हो सके। ऐसे में यदि बैडमिंटन हॉल पर खर्चा किया जाता तो पूरा बजट उसमें ही खर्च हो जाता। अब बोर्ड बैठक में फिर से इसकी मरम्मत करवाने का मुद्दा उठाएंगे।
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