हर पौधा लगाने वाले की रहेगी अब गूगल हिस्ट्री
पौधारोपण कार्यक्रम को जन अभियान बनाया जाएगा
जिले में 21 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य।
कोटा। कोटा जिले में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नवाचार करते हुए जिले में कलक्टर रविन्द्र गोस्वामी की पहल पर वर्षा ऋतु के आगमन के साथ 21 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पौधारोपण तो हर साल होता है। लेकिन कितने पौधे जिंदा रहते उनका कोई डेटा नहीं मिलता है। इस बार जिला परिषद ने नवाचार करते हुए। तीन साल का रोड मेप तैयार कर हर विभाग को तीन साल तक पौधे लगाकर उनकी देखरेख का जिम्मा दिया साथ हर पौधे की जीवित होने और वृद्धि की जानकारी गुगल सीट पर रहेगी जिससे यह पता चल सकेंगा की कितने पौध जीवित रहे है। हर साल लोग लाखों पौध लगाते लेकिन उसमें से 10 प्रतिशत भी जिंदा नहीं रह पाते है। इसके पीछे मुख्यकारण लोग पौधारोपण कर फोटो खिंचवाकर और समाचार छपवाकर इतिश्री कर लेते है। जिससे सघन पौधारोपण होने के बाद भी सार्थक परिणाम नहीं आ रहे है। इसलिए इस बार जिला परिषद ने नवाचार करते हुए। ना केवल पौधारोपण का जिम्मा विभागों दिया बल्कि तीन साल तक उनके बढ़े होने और देखभाल का रोडमेप भी बनाकर दिया। तीन साल तक बेहतर पौधारोपण करने वाले कर्मचारियों विभाग को सम्मानित किया जाएगा। पौधारोपण के लिए गड्ढे खोदने का कार्य शुरू हो चुका है।
कोटा जिले में निकाय को दिए लक्ष्य
कोटा सिटी को हराभरा बनाने के लिए और सघन पौधारोपण के लिए दोनों ने नगर निगम और सभी निकायों को लक्ष्य दिया गया है। इस बार वन विभाग की नर्सरी व राजहंस नर्सरी में 20 लाख पौधे तैयार कराए है। कोटा नगर निगम उत्तर को 10 हजार, दक्षिण को 10 हजार, रामगंजमंडी नगर पालिका 7 हजार, सांगोद नगर पालिका 5 हजार, इटावा 5000 हजार, कैथून 5 हजार, सुल्तानपुर 5 हजार कुल 2 लाख 32 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य दिया है। जिला परिषद की ओर से ग्रामीण क्षेत्र में 4 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य दिया है।
अधिकारी गोद लेंगे पौधे
सीईओ ने बताया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत क्षेत्रों में पौधारोपण अभियान के तहत पौधों को विकसित करने के लिए नोड़ल प्रभारी लगाए है साथ ही सहयोगी विभाग के अधिकारी द्वारा पौधारोपण कर पौधों को गोद लिया जाएगा। इस कार्य में 10 से अधिक विभाग सहयोगी बनेगें। उन्होनें यह भी बताया कि महात्मा गांधी नरेगा योजना ग्रामीण को रोजगार देने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी अपनी महती भूमिका निभाएगी और योजनान्तर्गत कार्य करने वाले श्रमिक इस अभियान को स्वरूप प्रदान करने में अपनी भूमिका निभाएंगे।
21 लाख पौधे लगाएंगे विभिन्न विभाग
जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशोक कुमार त्यागी ने बताया कि पौधारोपण अभियान के तहत जिला कलक्टर के निदेर्शानुसार कार्य योजना तैयार की जा चुकी है, जिसके तहत वन विभाग एक लाख, जल ग्रहण विकास,भू-संरक्षण विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, सीएडी एवं जल संसाधन विभाग बीस-बीस हजार, राजीविका, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा कृषि विभाग पांच-पांच हजार, उद्यानिकी विभाग सात हजार एवं चिकित्सा विभाग द्वारा 17 हजार पौधे लगाए जाएंगे।
आमजन को पौध गोद लेने के लिए करेंगे प्रेरित
सीईओ त्यागी ने बताया कि जिले में पंचायत समिति इटावा में 60 हजार, सांगोद, खैराबाद व सुल्तानपुर में 40-40 हजार तथा पंचायत समिति लाडपुरा में 20 हजार पौधों के लिए गड्ढे खोदने का कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि अभियान के तहत कई नवाचारों को भी शामिल किया जाएगा। इसके तहत नरेगा श्रमिकों को पौधे गोद दिए जाएंगे। साथ ही आम ग्रामीण पौधे गोद लें ऐसा वातावरण तैयार किया जाएगा। उन्होनें बताया कि पौधों को लगाना एक सहज प्रक्रिया है लेकिन उन्हें विकसित करना उनका लक्ष्य है, इसलिए यह जरूरी है कि स्थानीय व्यक्ति यदि उनको संरक्षण देगें तो उन्हें विकसित किया जा सकेगा। सरकार की मंशा भी यही है कि इस अभियान को जन अभियान बनाया जाएगा।

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