कोटा उत्तर वार्ड 43 - 46 साल से नल कनेक्शन का इंतजार
ऊंची सड़कें, गंदगी से अटी पड़ी नालियां, बरसात में दो से तीन फीट भर जाता है पानी
समस्या सुनते सब है लेकिन समाधान के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है।
कोटा। शहर के उत्तर नगर निगम के वार्ड 43 में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। वार्ड में वर्षों पुरानी पूनम कॉलोनी पेयजल समस्या से त्रस्त है। वहां आज तक पीने के पानी के लिए कनेक्शन नहीं हुए है। वहां के कॉलोनीवासियों ने कई बड़े अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक अपनी समस्याओं से अवगत करवा रखा है। कोटा की जीवन रेखा चंबल परियोजना होने के बावजूद भी रहवासी बोरिंग का पानी पीने के पर मजबूर हो रहे है। राजस्थान में भाजपा की डबल इंजन की सरकार तथा पार्षद भी बीजेपी का होने के बावजूद भी पूनम कॉलोनी के लोगों को चंबल का पानी नसीब नहीं हो रहा है। कॉलोनिवासियों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि सीवरेज लाइन तो डाल दी लेकिन कहीं लीकेज के चलते बोरिंग के पानी को भी प्रभावित कर रहा है। रहवासी बोरिंग से गंदा व मटमेला पानी पीने के लिए मजबूर है। स्थानीय निवासी पैसे खर्च कर के कैम्पर भी मंगवा रहे है। वार्ड 43 में बनी पूनम कॉलोनी में 46 सालों से नल कनेक्शन का इंतजार हो रहा है। वार्ड में छोटा पार्क भी है लेकिन पार्क के बीचों-बीच 33 केवी की लाइन भी गुजर रही है। ऐसे में यहां आने वाले बच्चों को डर लगा रहता है।
बारिश के दिनों में घरों में घुस रहा पानी
पूनम कॉलोनी के निवासियों ने बताया कि सड़कें ऊंची होने के कारण बरसात के पानी के साथ नाले का पानी भी घरों में घुस जाता है। ऐसे में जरूरत का सामान लाने के लिए भी बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। गली नं. पांच के धर्मपाल यादव ने बताया कि सीवरेज लाइन डालने के बाद सड़कों का लेवल सही नहीं किया गया। वहीं सीवरेज के कनेक्शन लीकेज भी है जिससे बोरिंग का पानी भी गंदा आ रहा है। इस कॉलोनी में आज तक नलों का कनेक्शन नहीं हो पाया है। वार्ड में बनी नालियों की निकासी व्यवस्था सही नहीं है। कई बार नाली ओवरफ्लों होने के कारण पानी सड़क के दोनों तरफ फैल जाता है। सड़कों पर गंदे पानी का जलभराव होने से मच्छर भी पनप रखे है। कई गंभीर बीमारियों की फैलने की संभावना बनी रहती है।
किसे सुनाएं अपनीसमस्यां
वार्ड निवासी गीता देवी, संध्या पांडे तथा सुनीता कंडारा ने प्रशासन के प्रति आक्रोश जताते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी का संपना संजोए कोटा शहर की कॉलोनियों को चंबल परियोजना होने के बावूजद पूनम कॉलोनी निवासियों को पीने के पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। वार्ड में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। सड़क के दोनों तरफ कचरा फैला हुआ है। वहीं बिजली पोल की स्वीच बॉक्स खुले पड़े है। वहीं सड़कों का लेवल सही नहीं होने से वाहनचालकों को रात्रि में काफी परेशानी होती है। ऐसे में जनप्रतिनिधि हमारी समस्याएं सुन नहीं रहे हैं। अब कहां जाकर फरियाद करें।
वार्ड का एरिया
सोगरिया ग्राम पंचायत का भाग, पूनम कॉलोनी, छोटा सोगरिया, गणपति नगर, प्रताप टाउनशिप, दुर्गा नगर का क्षेत्र शामिल है।
पेयजल समस्या का समाधान जरूरी
ंवार्ड में निवास करने वाली प्रेम महावर ने बताया कि पेयजल समस्या हमारी प्रमुख समस्या है। 60 साल पहले बनी कॉलोनी में अब नलों के कनेक्शन तक नहीं हो रखे हैं तथा रहवासियों को बोरिंग के पानी के उपर निर्भर रहना पड़ता है। कोटा की जीवन रेखा कही जाने वाली चंबल परियोजना का पानी हमें कब नसीब होगा, कहकर रोष प्रकट किया। कई बार रहवासियों ने प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के चक्कर लगाए है। लेकिन समस्या जस की तस बनीं हुई है।
पार्षद से कई बार लगाई गुहार
वार्ड निवासी सुनीता शर्मा ने बताया कि कॉलोनी में पानी की टंकी अभी तक नहीं बनी है। जनप्रतिनिधि चुनाव में वादे बड़े-बड़े करते है। लेकिन जीतने के बाद वार्ड की समस्याओं से रूबरू होने के बावजूद भी अनदेखी कर रहे है। कई बार हमने सभी के साथ मिलकर पार्षद से कई बार गुहार लगाई है। हर बार यही कहा कि जल्द ही काम करवाएंगे।
मटमेला पानी पीने के लिए मजबूर हैं रहवासी
पूनम कॉलोनी निवासी बबीता झा ने बताया कि सीवरेज के कनेक्शन सही नहीं हो रखे है जिसके चलते गंदा पानी बोरिंग से आने वाले पानी को प्रभावित कर रहा है। ऐसे मटमेले पानी से बीमारियों का खतरा बना रहता है। हमारी प्रमुख समस्या पेयजल है। अभी तक किसी भी घरों में नल कनेक्शन नहीं हो रखे है। पीने के लिए पानी बाहर से मंगवाना पड़ता है। ऐसा कई सालों से चल रहा है। वहीं वार्ड में बनीं नालियों में साफ-सफाई का अभाव है। बरसात के दिनों में नालियां ओवरफ्लो हो जाती है। जिसके कारण गलियों में सड़क पर तो पानी भरता ही है साथ में घरों के अंदर भी घुस जाता है। ऐसे में घरों में करंट आने का खतरा भी बना रहता है। समस्या सुनते सब है लेकिन समाधान के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है।
इनका कहना है
नल कनेक्शन को लेकर अधिकारियों को कई बार अवगर करवाया गया है, लेकिन सुनवाई नहीं होने के कारण वार्डवासीयों को समस्या से गुजरना पड़ रहा है। रही बात कॉलोनी में पानी भराव की तो बारिश में तो पानी भरेगा, इसमें मैं क्या कर सकती हू।
- संतोष बैरवा, वार्ड पार्षद

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