रंगोत्सव : कोटा में उड़ी 30 करोड़ की रंग गुलाल
गुलाल, हर्बल की खूब हुई बिक्री
कोटा में होली से जुड़े रंग-गुलाल और पिचकारी का थोक बाजार करीब 25 से 30 करोड़ का आंका जाता है। इस बार फरवरी से ही गर्मी तीव्र होने से होली का रंग चढ़ा जो होली तक चलता रहा। मंदिरों में फागोत्सव चल रहे उसके साथ बाजार में अबीर गुलाल की मांग खासी रही। इस बार गुलाल के दाम में 40 रुपए किलो की बढ़ोतरी होने बावजूद बिक्री में 30 फीसदी का इजाफा हुआ।
कोटा। कोरोना के तीन साल बाद बाजार में इस बार रंग गुलाल पिचकारियों की जमकर बिक्री हुई। होलाष्टक से शहर के रंग गुलाल के बाजार सज गए थे। इस बार होली में पूजन सामग्री से लेकर रंग गुलाल तक सभी में खासी बिक्री हुई। होली के अंतिम पांच दिन में बाजार में खासी बिक्री हुई। व्यापार महा संघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि इस बार रंग व गुलाल के दाम में 15 से 20 फीसदी की बढोत्तरी के बावजूद बाजार में करीब 30 करोड रुपए का कारोबार होने को अनुमान है। वहीं पिछले साल कोरोना के चलते बिक्री 15 से 20 फीसदी रही थी वहीं इस बार बिक्री बढ़ कर 30 फीसदी पर पहुंच गई। कोरोना के चलते जहां 2021 में रंग और गुलाल की बिक्री 10 फीसदी पर आ गई थी वो बढ़कर 2023 फिर से 30 फीसदी पर पहुंच गई। जिससे व्यापारियों के चेहरे इस बार खिले खिले नजर आए । वहीं लोगों ने इस बार जमकर होली खेली। इस बार बाजार में हर्बल गुलाल और रंगों की डिमांड ज्यादा रही।
बीते साल के मुकाबले इस बार पिचकारी से लेकर गुलाल तक के दामों में तेजी रही। इस बार रंग पर भी महंगाई की रंगत चढ़ी हुई है। महंगे पेट्रोलियम पदार्थों के कारण प्लास्टिक महंगा होने से पिचकारी महंगी हो गई है। कोटा में होली से जुड़े रंग-गुलाल और पिचकारी का थोक बाजार करीब 25 से 30 करोड़ का आंका जाता है। इस बार फरवरी से ही गर्मी तीव्र होने से होली का रंग चढ़ा जो होली तक चलता रहा। मंदिरों में फागोत्सव चल रहे उसके साथ बाजार में अबीर गुलाल की मांग खासी रही। बाजार में इस बार खासी रौनक रही इस बार गुलाल के दाम में 40 रुपए किलो की बढ़ोतरी होने बावजूद बिक्री में 30 फीसदी का इजाफा हुआ।
गुलाल के दाम बढ़ने के बावजूद करोड़ों में व्यापार
इस बार गुलाल व रंगो पर महंगाई की मार होने के बावजूद होली रंग फीके नहीं हुए लोगों ने गुलाल महंगी होने पर जमकर होली खेली और बाजार में गुलाल जमकर बिकी। 40 से लेकर 1000 रुपए तक पिचकारी बिकी। कलर में 20 रुपए के पाउच ज्यादा बिके। जहां पिछले साल 140 रुपए किलो में गुलाल बिकी वहीं इस बार 185 रुपए में बिकी। व्यापारी राजेश के मुताबिक फैक्ट्रियों ने इस बार पिचकारी और गुलाल के दाम बढ़ा दिए हैं। दोनों में करीब 10 से 15 प्रतिशत की बढोतरी हुई हुई उसके बावजूद बिक्री में कोई कमी नहीं आई। सूखे और खुशबूदार गुलाल के दाम भी महंगे रहे लेकिन बिक्री में इसबार कमी नहीं आई। लोगों दिल खोलकर होली खेली।
क्रिकेट खिलाड़ियों से लेकर कार्टून कैरेक्टर तक खूब बिकी पिचकारियां
इस बार बाजार में इंडिया की क्रिकेट टीम के विराट कोहली से लेकर 11 ही खिलाड़ियों फोटो वाली पिचकारी खूब बिकी 40 से लेकर 1000 रुपए तक की पिचकारी बिकी। इसके साथ ही गुलाब बम, रॉकेट पिचकारी, वाटर कलर बैलून भी जमकर बिक्री हुई। इसके अलावा डोरेमोन, छोटा भीम, इलियन्स, मोटू पतलू, स्पाइडर मैन की सबसे ज्यादा पिचकारी बिकी।
फैक्ट फाइल
- त्यौहार के समय शहर में रंगों की छोटी-बड़ी करीब 250 से अधिक दुकानें लगी।
- शहर में रंग और गुलाल आगरा, दिल्ली, हाथरस और जयपुर आई,साथ-साथ स्थानीय स्तर पर भी तैयार माल आया।
- इस बार 30 करोड़ रुपए का कारोबार होने हुआ
- 2022 में 10 से 15 करोड़ का कारोबार हुआ था।
- 2021 में 8 से 10 करोड़ का कारोबार हुआ था।

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