सालों से खुदी पड़ी वार्ड की सड़कें, सफाई भी नहीं
कहने को यह नयापुरा लेकिन यहां नया कुछ भी नहीं
वार्ड में कई समस्याएं है जिनका समाधान नहीं होने से वार्डवासी परेशान हो रहे है।
कोटा। शहर में अपनी अलग पहचान रखने वाला वार्ड 57 नई बसावट वाला इलाका है। लोग पुराने कोटा से निकल कर चंबल किनारे बसते गए और नयापुरा इलाका बसता गया। यह इलाका इतना फैल गया है अब इसके दो वार्ड हो गए हैं। वार्ड सत्तावन में बस स्टैंड, बस स्टैंड के पीछे का इलाका नयापुरा, मुक्तिधाम, कबिस्तान, हनुमान टेकडी, सब्जी मंडी का इलाका आता है। कहने को यह नयापुरा है लेकिन यहां नया कुछ भी नहीं है। समस्याओं का यहां अंबार लगा हुआ है। कोटा उत्तर नगर निगम का वार्ड नंबर 57 राजनैतिक उपेक्षा का शिकार हो रहा है। जिससे वार्ड के विकास कार्य बाधित हो रहे है। वार्ड में कई समस्याएं है जिनका समाधान नहीं होने से वार्डवासी परेशान हो रहे है। वार्ड में घरों के आगे से गुजरते विद्युत के तारों से हर समय करंट का खतरा बना रहता है। वहीं दूसरी और सफाई व्यवस्था भी ठीक नहीं है। नालियां को ढक नहीं रखा जिससे मच्छर पनप रहे है। वार्ड पार्षद का कहना है कि पहले वो भाजपा में थी तो कांग्रेस बोर्ड उपेक्षा करता था अब कांग्रेस से वार्ड पार्षद है तो भाजपा बोर्ड वार्ड की उपेक्षा कर रहा है। राजनैतिक द्वेषता से वार्डवासियों का नुकसान हो रहा है। वार्ड के विकास कार्य ठप पड़े है। पार्षद का कहना है नगर निगम के अधिकारियों को कई बार सफाई व्यवस्था सुधारने, नालियों के निर्माण और अन्य कार्यो के बारे में लिखित में दे रखा है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वार्ड में उखड़ी सड़कों से वाहनधारियों को परेशानी हो रही है। मुक्तिधाम में चहुंओर गंदगी फैली है। बैठने की पर्याप्त व्यवस्थाए नहीं है। यही हाल कब्रिस्तान का है। वहां भी विकास की दरकार है।
नहीं हो रही नियमित सफाई
वार्ड में सफाई कर्मचारियों के नही होने के कारण वार्ड में कई दिनों तक सफाई नहीं होती है। नालियों से निकला गंदा कचरा कई दिनों तक घर के बाहर ही पड़ा रहता है। उसे उठाने वाले आते ही नहीं है। नालियां खुली होने से मच्छर पनप रहे है। जिससे बीमारियां फैलने का डर रहता है। मुक्तिधाम का विकास होना चाहिए यहां सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है। लोगों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। स्नानघर नहीं है। मुक्तिधाम की नियमित सफाई नहीं होती है।
- पवन सैनी, वार्डवासी
उखड़ी सड़के दे रही दर्द
वार्ड की उखड़ी सड़कों के कारण वाहनधारियों को भारी परेशानी हो रही है। बारिश में सबसे ज्यादा परेशानी गड्ढों पानी भरने से होती है। रात में गड्ढे दिखाई नहीं देते है ऐसे कई बार लोग फिसल कर चोटिल हो चुके है। यह सब्जी मंडी सबसे पुरानी है। यहां कोटा, बूंदी और आसपास इलाके किसान इसी सब्जी मंडी में माल बेचने आते थे। बाद में फल सब्जी मंडी बन गई तो किसान वहां जाने लगे। सब्जी मंडी में अतिक्रमण और पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। लोग सड़क पर ही वाहन खड़े कर सब्जी खरीदते जिससे आए दिन जाम लग जाता है।
- फैजल शेख, वार्डवासी
घरों के आगे झूलते तार बन रहे परेशानी का कारण
वार्ड के अधिकांश घरों के आगे से विद्युत लाइनों के तार गुजर रहे जिससे हर समय करंट का खतरा बना रहता है। कई लोगों ने तो तार को घर से दूर रखने के लिए प्लास्टिक के पाइप लगा रखे है। वहीं कई मकानों के ऊपर से लाइन निकल रही है ऐसे में छत व बालकॉनी में जाने से हमेंशा डर लगता है।
- पंकज साहु, वार्डवासी
नालियों का ढकान नहीं होने से फैल रहे मच्छर
वार्ड की अधिकांश नालियों को ढक नहीं रखा जिससे मच्छर पनप रहे है। पानी जमा होने से वार्ड में बदबू फैली रहती है। सफाई कर्मी नहीं आने से घर के सामने गुजर रही नाली को निजी खर्च पर सफाई कर्मी लगाकर कई बार नालियों को साफ करवाया है।
- उदय सिंह राजावत, वार्डवासी
इनका कहना है
राजनिति कारणों कि वजह से वार्ड में कई सालों से काम नही करवा सकी, निगम में भाजपा का बोर्ड होने से मेरी कोई सुनवाई नही हो रही है, कई बार वार्ड कि समस्याओं के बारे में निगम के अधिकारीयों को मौखिक व लिखित के माध्यम से अवगत करवाया लेकिन उनके द्वारा कोई जवाब नहीं मिला। जिसके कारण वार्डवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। श्मशानघाट के विकास के लिए भी कई बार अधिकारियों को लिखित दे रखा है कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
- मेघा गुर्जर, पार्षद वार्ड 57

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