पारदी गैंग के दो आरोपी गुना से गिरफ्तार
25 दिन पहले मकान में हुई नकबजनी का पदार्फाश
कोटा रेंज की पुलिस लगातार मध्य प्रदेश पुलिस के संयुक्त रूप से पारदी गैंग के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही थी ।
कोटा। किशोरपुरा थाना इलाके में 25 दिन पूर्व हुई वल्ल्भनगर के एक मकान में नकबजनी की वारदात का पदार्फाश करते हुए किशोरपुरा पुलिस ने बुधवार को पारदी गैंग के दो आरोपियों को गुना (एमपी ) से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी कृष्णा उर्फ अतर सिंह पुत्र राम नारायण मीणा एमपी के गुना जिले का रहने वाला है। अभी कोटा में महावीर कॉलोनी रंगपुरमें रह रहा था। दूसरा आरोपी जंग बहादुर उर्फ जंगू पुत्र नाथूलाल पारदी उम्र 28 साल जिला गुना एमपी का निवासी है। पुलिस उप अधीक्षक अमर सिंह राठौड़ ने बताया कि आरोपियों के एमपी में छुपे होने की सूचना पर पारदी गैंग के शेष अपराधियों की तलाश के लिए कोटा रेंज की पुलिस लगातार मध्य प्रदेश पुलिस के संयुक्त रूप से पारदी गैंग के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही थी। पारदी गैंग के सदस्य मध्य प्रदेश के गुना से गिरफ्तार किया।
पुलिस अधीक्षक कोटा शहर शरद चौधरी ने बताया कि 19 मई 2023 को फरियादी चिराग जैन ने किशोरपुरा पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी जिसमें बताया कि सुबह करीब 4:30 बजे मकान के अंदर कट कट की आवाज आने पर वह उठा और कमरे के गेट पर आया तो दो लोग उसे दिखाई दिए। चोर खिड़की में लगी लोहे की ग्रिल काटकर अंदर घुसकर अलमारियों के ताले तोड़कर रात के समय रुपए तथा जेवरात लेकर फरार हो गए । इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की। आरोपी कृष्णा अतर सिंह और जंग उर्फ जंग बहादुर को मध्यप्रदेश से डिटेन किया गया।कोटा लाकर पूछताछ की गई तो आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल किया। इस पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया । आरोपियों से पूछताछ के दौरान सामने आया कि आरोपी कृष्णा और अतर सिंह कोटा में आकर मजदूरी करता था और उसने रहने के लिए कमरा किराए पर लिया ।इस दौरान दूसरे आरोपी जम्मू उर्फ जंग बहादुर का कृष्णा के पास कोटा में आना जाना रहता था।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
तीन से पांच व्यक्ति एक टोल के रूप में वारदात करने के लिए मकान में प्रवेश करते। जिनमें से कुछ व्यक्ति निगरानी रखते। घटना से पूर्व परिवार के सदस्यों की पूर्ण जानकारी प्राप्त कर उनके बारे में पूरी जानकारी जुटाई जाती है। मकान पक्का और बाहर से संपन्न परिवार का दिखाई देने पर वारदात करते हैं। मकान के कमरों में व्यक्ति सोते उनकी बाहर से कुंडी लगा देते हैं ।मकान के बाहर कुंडी है तो कुंडी भी लगा देते। इस बात की वह पहले से ही पूरी जानकारी रखते। मकान की सारी अलमारी और सामान की तलाशी करते हैं केवल ज्वेलरी व नगद राशि ही चुरा कर ले जाते। वारदात करते समय ग्रिल को प्रेशर हैंड कटर से काटकर मकान में प्रवेश करते हैं और मकान में प्रवेश करने के बाद अन्य कमरों के ताले तोड़ते हैं और ताले नहीं टूटते तो कुंडी को प्रेशर कटर से काट देते हैं। कोई पहचान नहीं कर पाए इसके लिए चेहरे को रूमाल या साफी से ढक लेते। वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी अपने साथ पेचकस ग्लास कटर जंबूरी अन्य मजबूत उपकरण साथ रखते। उनकी पहचान कोई ना कर सके इसलिए अपने कंधे पर पीछे बैग लटका कर रखते हैं जिससे लोग राहगीर समझ कर छोड़ दें।

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