कोटा उत्तर में वार्ड कम फिर भी सफाईकर्मी अधिक
घर-घर कचरा संग्रहण के टिपर भी उत्तर में अधिक
दो साल पहले कोटा में दो नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण बना दिए। दोनों निगमों के हिसाब से सफाई कर्मचारियों से लेकर सभी व्यवस्थाओं का बंटवारा किया गया। लेकिन बंटवारे में समानता का ध्यान नहीं रखा गया। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति व टिपर संचालन।
कोटा। कोटा में दो नगर निगम तो बना दिए जिससे शहर की सफाई अधिक बेहतर हो सके। लेकिन दोनों निगमों में सफाई संसाधनों के मामले में भेदभाव बरता जा रहा है। कोटा उत्तर निगम में वार्ड कम होने के बाद भी स्थायी सफाई कर्मचारी अधिक हैं। यहां तक कि घर-घर कचरा संग्रहण में लगे टिपर भी उत्तर में अधिक हैं। कोटा में पहले जहां एक ही निगम था उस समय वार्डों की संख्या कुल 65 थी। उस समय हर वार्ड में दो दो टिपर घर-घर कचरा संग्रहण कर रहे थे। लेकिन दो साल पहले कोटा में दो नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण बना दिए। वार्डों की संख्या भी करीब ढाई गुना अधिक 150 कर दी गई। परिसीमन के बाद कोटा उत्तर में 70 व कोटा दक्षिण में 80 वार्ड बनाए गए हैं। दोनों निगमों के हिसाब से सफाई कर्मचारियों से लेकर सभी व्यवस्थाओं का बंटवारा किया गया। लेकिन बंटवारे में समानता का ध्यान नहीं रखा गया। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति व टिपर संचालन।
उत्तर के 70 वार्ड, सफाई कर्मचारी 14 सौ
नगर निगम कोटा उत्तर में वार्ड तो 70 हैं जबकि यहां स्थायी सफाई कर्मचारियों की संख्या 14 सौ है। इसके अलावा 400 बीट श्रमिक है जो संविदा पर विभिन्न स्थान व मुख्य मार्गों की सफाई में लगे हुए हैं। इसी तरह से घर-घर कचरा संग्रहण कार्य के लिए हर वार्ड में 3-3 टिपर लगे हुए हैं। वहीं हर दो वार्ड के बीच एक ट्रेक्टर ट्रॉली लगाई गई है। इस तरह से 70 वार्ड में कुल 35 ट्रेक्टर ट्रॉली लगी हुई हैं। जिसके माध्यम से कचरा पाइंट से नियमित कचरा उठाया जा रहा है। निगम द्वारा नयापुरा स्थित बृज टॉकीज परिसर के अस्थायी कचरा ट्रांसफर स्टेशन को शिफ्ट करने के साथ ही मेन रोड व वार्डों के 39 कचरा पाइंट को बंद कर उन्हें कचरा मुक्त किया गया है।
दक्षिण में वार्ड 80, सफाई कर्मचारी 1250
नगर निगम कोटा दक्षिण में परिसेीमन के बद 80 वार्ड बनाए गए हैं। यह क्षेत्र बड़ा होने व वार्ड अधिक होने के बाद भी यहां सफाई कर्मचारी कोटा उत्तर से कम 1250 हैं। वहीं हर वार्ड में 5 संविदा ठेका श्रमिकों समेत कुल 450 श्रमिक मुख्य मार्गों की सफाई में लगे हैं। इसके साथ ही यहां 39 वार्ड में 23 व 41 वार्ड में 27 समेत कुल 50 ट्रेक्ट्रर ट्रॉलियों से कचरा पाइंट से कचरा उठाया जा रहा है। यहां घर-घर कचरा संग्रहण के लिए हर वार्ड में मात्र 2-2 टिपर ही संचालित किए जा रहे हैं।
इनका कहना है
दो निगम बनने के बाद निगम के सफाई कर्मचारियों का समान रूप से बंटवारा किया गया है। व्यवस्था की दृष्टि से कहीं अधिक व कम कर्मचारी हो सकते हैं। लेकिन सफाई व्यवस्था में इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा। सफाई पहले से बेहतर हुई है।
- मंजू मेहरा, महापौर, नगर निगम कोटा उत्तर
कोटा दक्षिण का क्षेत्र और वार्ड बड़े होने के बावजूद भी सफाई में कोई कमी नहीं है। सभी पार्षद नियमित रूप से वार्ड में घूमकर सफाई कार्य की मॉनिटरिंग करते हैं। टिपरों से दो समय कचरा संग्रहण कराया जा रहा है। जहां कचरा नहीं उठने की शिकायत आती है वहां तुरंत कार्रवाई की जा रही है। स्थायी के अलावा अस्थायी व संविदा पर भी सफाई कर्मचारी लगाए हुए हैं।
- राजीव अग्रवाल, महापौर, नगर निगम कोटा दक्षिण
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