श्रीगंगानगर मेँ पिछले 48 घंटो में लगभग 300 mm बारिश
रिकॉर्ड तोड़ भीषण बरसात में डूबा श्रीगंगानगर जिला
शहर में सीवरेज एवं अन्य निर्माण कार्यों की वजह से सड़कें एवं कई भू-भाग धंस चुके है। चारों तरफ पानी ही पानी होने की वजह से यह धंसा हुआ क्षेत्र नजर नहीं आ रहा है। इस बात का अंदाजा नहीं हो रहा है कि कहा खड्डे है और कहां जमीन। इन सब हालात से जान-माल के नुकसान की आशंका है।
श्रीगंगानगर। शहर मेँ बरस रही प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिये जिला प्रशासन ने सेना और बीएसएफ से संपर्क किया है। अधिकृत सूत्र ने बताया कि सेना और बीएसएफ से पानी निकालने के लिये संसाधन और मैन पावर मांगी गई है। इसके साथ-साथ प्रशासन ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से ये पूछा है कि वो ये बताएं कि बरसाती पानी को कहाँ निकाला जाये। बीएसएफ और सैन्य अधिकारियों ने शहर में हो रही वर्षा को बड़ी गंभीरता से लेते हुए तमाम तरह की सहायता उपलब्ध करवा रही है, वही लगभग 100 बड़े पंपों के साथ सैन्य कर्मी भी शहर के निचले इलाकों में भरे पानी को निकालने के लिए तैयारी कर रहे है। इस बीच पुरानी आबादी के अनेक क्षेत्रों मेँ घरों के अंदर पानी घुस जाने के कारण परिवारों को सरकारी स्कूल नंबर 6 मेँ ठहारने की व्यवस्था की गई है। बरसात लगातार जारी है। बिगड़े हालातों के फोटो और वीडियो लोग लगातार सोशल मीडिया पर डाल कर एक दूसरे को जानकारी देने की कोशिश कर रहे हैं।
रिकॉर्ड तोड़ भीषण बरसात में डूबा श्रीगंगानगर जिला:
बीते 24 घण्टो से जारी लगातार बारिश ने श्रीगंगानगर जिले में बाढ़ की स्तिथि पैदा कर दी है। भारी बरसात का दौर लगातार जारी है। शहर में सीवरेज एवं अन्य निर्माण कार्यों की वजह से सड़कें एवं कई भू-भाग धंस चुके है। चारों तरफ पानी ही पानी होने की वजह से यह धंसा हुआ क्षेत्र नजर नहीं आ रहा है। इस बात का अंदाजा नहीं हो रहा है कि कहा खड्डे है और कहां जमीन। इन सब हालात से जान-माल के नुकसान की आशंका है। भारी बारिश के चलते ज्यादातर सरकारी स्कूल बंद रहे, स्कूल में पहुंचने के तमाम रास्ते जल बंद होने के चलते स्कूलों के संचालको ने अपने स्तर पर अपने पावर से आज की छुट्टी की घोषणा की है। इधर जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार ने शहर के स्कूल आगामी आदेशों तक बंद करने के आदेश दिए हैं ।इससे बालको को काफी राहत मिली है।
शहर का कोई इलाका ऐसा नहीं बचा जो पानी से न भरा हो। जिन घरों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में बेसमेंट हैं पूरी तरह से पानी से भर गए हैं शहर के रविंद्र पथ ,गौशाला रोड विराम मार्ग के अलावा ब्लॉक एरिया अग्रसेन नगर पुरानी आबादी का लगभग पूरा क्षेत्र पूरी तरह से पानी से जीत चुके हैं लोगों के घरों में भी भारी तादाद में वाले घुस गया है ऐसे में प्रशासन को भी समझ में नहीं आ रहा कि पानी की इतनी विशाल जल राशि को कहां छोड़ा जाए शहर के तमाम खाली प्लॉट एवं बड़े खुले एरिया भी पानी से भर चुके हैं आसपास के इलाकों के खेत भी पानी से लबालब हो चुके हैं कमोबेश यही स्थिति पूरे जिले भर की है अभी भी बूंदाबांदी लगातार जारी है
श्रीगंगानगर में बरसात से बने हालात को देखते हुए सेना ने कमान संभाल ली है। भयंकर बारिश होने से नदी नाले सभी उफान पर है। विधायक राजकुमार गौड़ ने मीडिया को बताया-प्रशासन मुस्तैदी से काम कर रहा है। बताया जा रहा है कि तीन दिन से जारी भारी बारिश के कारण ज्यादातर हिस्सों में जलभराव हो गया है। गंगानगर में लगातार तीन दिन से भारी बारिश से पैदा हुई जलभराव की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने सेना की मदद मांगी थी और सेना के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। सेना के अधिकारियों ने शुक्रवार सुबह हालात का जायजा लिया। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में गंगानगर तहसील में 260 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। जयपुर में सूर्य और बादलों के बीच लुकाछिपी का खेल चल रहा है। तेज धूप और उमस से लोग परेशान है।
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