क्वार्ट्ज और मार्बल पर 50 प्रतिशत टैरिफ से उद्योगों में निराशा, वियतनाम, तुर्की और ब्राजील को मिलेगा फायदा
लेकसिटी का प्रतिमाह करीब 2200 करोड़ का व्यापार प्रभावित
इस बदलाव से सिर्फ व्यापारियों को ही नहीं, बल्कि श्रमिकों को भी नुकसान होगा, क्योंकि व्यापार घटने से मजदूरों की बेरोजगारी बढ़ेगी।
उदयपुर। अमरीका द्वारा भारतीय उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ और इसके बाद 21 दिन के अंदर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने के फैसले से उदयपुर के उद्योग जगत में गहरी निराशा है। खासकर क्वार्ट्ज और मार्बल के व्यापारियों में इस निर्णय को लेकर गहरा सदमा देखने को मिल रहा है। उद्यमियों का कहना है कि यदि 50 प्रतिशत टैरिफ लागू होता है तो सरकार को निर्यातकों को रियायत देनी चाहिए। इसके लिए उन्हें कर में छूट, ब्याज दरों में राहत, सब्सिडी और निर्यात प्रोत्साहन जैसी योजनाओं से समर्थन मिलना चाहिए।
क्वार्ट्ज और मार्बल व्यापार पर प्रतिकूल असर
उदयपुर का क्वार्ट्ज उद्योग विशेष रूप से प्रभावित होगा, क्योंकि यह क्षेत्र अमरीका को क्वार्ट्ज की आपूर्ति में प्रदेश स्तर पर 40 से 45 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है। अब 25 प्रतिशत आयात शुल्क और 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगने के कारण क्वार्ट्ज की कीमतें बढ़ जाएंगी, जिससे अमरीकी खरीदार वियतनाम, तुर्की और ब्राजील से माल खरीदेंगे। इसके कारण उदयपुर का प्रतिमाह 2200 करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित होगा।
मजदूरों के लिए बेरोजगारी का खतरा
इस बदलाव से सिर्फ व्यापारियों को ही नहीं, बल्कि श्रमिकों को भी नुकसान होगा, क्योंकि व्यापार घटने से मजदूरों की बेरोजगारी बढ़ेगी। इस संकट के समाधान के लिए व्यापारियों ने केंद्र सरकार से तत्काल सहायता की अपील की है।
मार्बल व्यापारियों में निराशा
उदयपुर में करीब 800 मार्बल व्यापारी हैं, जिनमें से औसतन 50 कंटेनर प्रति माह अमरीका भेजे जाते हैं। यह उद्योग पहले से ही मंदी की मार झेल रहा है, और अब नई टैरिफ नीति के चलते हजारों व्यापारियों का भविष्य संकट में आ सकता है। मार्बल एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज गांगावत ने सरकार से निर्यात प्रोत्साहन और अंतरराष्ट्रीय व्यापार समझौतों के जरिए इस चुनौती का समाधान करने का आग्रह किया है।

Comment List