आईएस से संबंधित एडीएफ ने की पूर्वी डीआरसी में 23 नागरिकों की हत्या, कई लोगों को किया अगवा : यूएन

यह समूह पूर्वी डीआरसी के जंगलों में सक्रिय है

आईएस से संबंधित एडीएफ ने की पूर्वी डीआरसी में 23 नागरिकों की हत्या, कई लोगों को किया अगवा : यूएन

ओसीएचए ने कहा कि उसके साझेदारों ने विस्फोटों के बाद क्षेत्र में मानवीय आवश्यकताओं के आकलन को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था, जिसे अब फिर से शुरू कर दिया गया है।

संयुक्त राष्ट्र। पूर्वी डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (डीआरसी) में इस्लामिक स्टेट (आईएस) से संबंधित डेमोक्रेटिक फोर्स (एडीएफ) के हमलों में कम से कम 23 लोग मारे गए हैं। मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) ने स्थानीय अधिकारियों का हवाला देते हुए शुक्रवार को कहा कि मंगलवार और बुधवार को इतुरी प्रांत के कई गांवों में घातक हमले हुए। ओसीएचए ने कहा कि हमलों के दौरान कई लोगों का अपहरण कर लिया गया, जबकि अन्य ग्रामीण अपनी सुरक्षा के लिए पड़ोसी इलाकों में भाग गए। बुधवार को उत्तरी किवु प्रांत के बेनी क्षेत्र में भी एडीएफ हमले की सूचना मिली, जिसमें 17 नागरिक मारे गए। गौरतलब है कि एडीएफ, मध्य अफ्रीका में इस्लामिक स्टेट का एक सहयोगी संगठन और युगांडा में एक विद्रोही समूह है। यह समूह पूर्वी डीआरसी के जंगलों में सक्रिय है। विद्रोही समूह को पूर्वी डीआरसी के गांवों में तबाही मचाने का दोषी ठहराया गया है। कार्यालय ने कहा कि दक्षिण किवु प्रांत में नागरिकों की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय बना हुआ है। किवु प्रांत की राजधानी बुकावू  के चिकित्सा सूत्रों ने कहा कि बुकावू शहर के केंद्र में एम23 रैली में विस्फोटों में कम से कम 11 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। 

ओसीएचए ने कहा कि उसके साझेदारों ने विस्फोटों के बाद क्षेत्र में मानवीय आवश्यकताओं के आकलन को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था, जिसे अब फिर से शुरू कर दिया गया है। मानवतावादियों ने कहा कि दक्षिण किवु में स्थानीय अधिकारियों का अनुमान है कि बुकावू के दक्षिण-पूर्व में झड़पों के बीच फरवरी की शुरुआत से अबतक 1,25,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। इनमें से अधिकांश लोगों ने स्कूलों, चर्चों में शरण ली है। क्षेत्र में चल रही झड़पें के कारण मानवीय पहुंच में बाधा उत्पन्न हो रही हैं। संरा महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के मुख्य प्रवक्ता ने स्टीफन दुजारिक कहा कि हमारे सहयोगियों ने संरा शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) ने हमें बताया कि संघर्ष के कारण अपने घर को छोड़ कर भाग रहे कांगोली नागरिकों की संख्या बढ़ती जा रही है। सिर्फ दो हफ्तों में, 60,000 पुरुष, महिलाएं और बच्चे डीआरसी से बुरुंडी भाग गए हैं, कुछ ने सुरक्षा की निराशाजनक खोज में सैकड़ों किलोमीटर पैदल यात्रा की।

 

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