रूस के पूर्व राष्ट्रपति का दावा : डोनाल्ड ट्रंप ने कर लिया भारी नुकसान, दिमित्री मेदवेदेव ने कहा-   ईरान को कई देश देंगे परमाणु हथियार 

ईरानी अपने आध्यात्मिक नेतृत्व के इर्द-गिर्द एकजुट हो रहे

रूस के पूर्व राष्ट्रपति का दावा : डोनाल्ड ट्रंप ने कर लिया भारी नुकसान, दिमित्री मेदवेदेव ने कहा-   ईरान को कई देश देंगे परमाणु हथियार 

रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कहा है कि ईरान में हमले करने से अमेरिका को कोई फायदा नहीं होने जा रहा है

मॉस्को। रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कहा है कि ईरान में हमले करने से अमेरिका को कोई फायदा नहीं होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के इन हमलों का उल्टा असर होगा और कई देश अब तेहरान को परमाणु हथियार देने के लिए तैयार हो जाएंगे। रूस के सुरक्षा परिषद के उप प्रमुख दिमित्री मेदवेदेव ने एक्स पर कहा कि अमेरिका के ट्रंप प्रशासन के लिए ये हमले जहां नुकसान का सौदा बनेंगे, वहीं ईरानी शासन इस पूरी लड़ाई के बाद ज्यादा मजबूत होगा। दिमित्री मेदवेदेव ने एक्स पर एक लंबी पोस्ट में सवाल किया कि ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर रात में किए गए हमलों से अमेरिकियों को क्या हासिल हुआ है। इस सवाल का उन्होंने खुद ही जवाब भी दिया है। उन्होंने 10 प्वाइंट में ये समझाने की कोशिश की है कि अमेरिका के ईरान पर हमलों से किसे क्या फायदा और क्या नुकसान होने जा रहा है। 

दिमित्री ने मौजूदा लड़ाई के 10 नतीजे बताए

1. ईरान की परमाणु ईंधन की साइकिल का महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा अमेरिकी हमले से अप्रभावित है या उसे मामूली क्षति हुई है।

2. हम स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि परमाणु सामग्री का संवर्धन और परमाणु हथियारों का भविष्य में उत्पादन जारी रहेगा।

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3. अमेरिका के इस हमले के बाद कई देश ईरान को सीधे अपने परमाणु हथियारों की आपूर्ति करने के लिए तैयार हैं।

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4. इजरायल पर ईरान का भीषण हमला हो रहा है, विस्फोटों से सारा देश हिल रहा है और उसके लोग घबरा रहे हैं।

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5. अमेरिका अब एक नए संघर्ष में उलझ गया है, जिसमें जमीनी कार्रवाई की संभावनाएं भी क्षितिज पर मंडरा रही हैं।

6. ईरान का राजनीतिक शासन (पॉलिटिकल रिजीम) बच गया है। पूरी संभावना है कि यह और मजबूत होकर सामने आएगा।

7. ईरानी अपने आध्यात्मिक नेतृत्व के इर्द-गिर्द एकजुट हो रहे हैं। इनमें वे लोग भी शामिल हैं, जो पहले शासन के विरोधी थे।

8. डोनाल्ड ट्रंप को कभी शांति के राष्ट्रपति के रूप में जाना गया। अब उन्होंने अमेरिका को एक और युद्ध में धकेल दिया है।

9. दुनिया के ज्यादातर देश इजरायल और अमेरिका की कार्रवाइयों का विरोध कर रहे हैं और ईरान का समर्थन बढ़ा है।

10. ईरान पर हमले के बाद ट्रंप नोबेल शांति पुरस्कार भूल जाएं, भले ही ये धांधली से मिलता हो। चीजों को शुरू करने क्या तरीका है, प्रेसीडेंट ट्रंप, बधाई।

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