चीन की ओर से विद्रोही गुटों पर हथियार डालने और म्यांमार की जुंटा सेना को क्षेत्र सौंपने के लिए डाला जा रहा दबाव : टीएनएलए

चीन पर भड़के म्यांमार के विद्रोही गुट

चीन की ओर से विद्रोही गुटों पर हथियार डालने और म्यांमार की जुंटा सेना को क्षेत्र सौंपने के लिए डाला जा रहा दबाव : टीएनएलए

म्यांमार में 2021 से चल रहे गृहयुद्ध के चलते हालात हर दिन बद से बदतर होते जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर चीन की कोशिश है कि म्यांमार की अस्थिरता का किसी ना किसी तरह से फायदा उठाया जाए

नेपीडा। म्यांमार में 2021 से चल रहे गृहयुद्ध के चलते हालात हर दिन बद से बदतर होते जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर चीन की कोशिश है कि म्यांमार की अस्थिरता का किसी ना किसी तरह से फायदा उठाया जाए। इससे म्यांमार का विद्रोही गुट तांग नेशनल लिबरेशन आर्मी (टीएनएलए) भड़क गया है। टीएनएलए ने कहा कि म्यांमार में चीनी सरकार लगातार हस्तक्षेप कर रही है और इसमें वह केवल अपना स्वार्थ को देख रही है। चीन का यह तरीका म्यामार के लिए सही नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक, टीएनएलए के महासचिव मेजर जनरल तार फोन क्याव ने एक फेसबुक पोस्ट में चीन की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि चीन की ओर से विद्रोही गुटों पर हथियार डालने और म्यांमार की जुंटा सेना को क्षेत्र सौंपने के लिए दबाव डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि चीनी प्रभुत्व म्यांमार की प्रमुख चुनौतियों में से एक है।

चीन को निशाना बना रहा टीएनएलए 
टीएनएलए के अधिकारियों ने इससे पहले भी सार्वजनिक रूप से कहा है कि उन्हें चीन के बढ़ते दबाव का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही चीनी सरकार की ओर से जुंटा शासन से लड़ाई बंद करने की धमकियां मिल रही हैं। टीएनएलए का कहना है कि चीन की कोशिश जुंटा शासन को बचाने की है, जिसने 2021 में तख्तापलट के बाद सत्ता हथियाई है। टीएनएलए, रखाइन राज्य स्थित अराकान आर्मी (एए) और उत्तरी शान राज्य के कोकांग जातीय सशस्त्र समूह, म्यांमार नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस आर्मी (एमएनडीएए) के साथ ब्रदरहुड अलायंस का सदस्य है। इस गुट ने अक्टूबर 2023 में उत्तरी शान राज्य में आॅपरेशन 1027, शुरू किया। इस आॅपरेशन के तहत गुट ने राजधानी लाशियो और चीन के साथ महत्वपूर्ण व्यापार मार्गों सहित अधिकांश क्षेत्र पर कब्जा कर लिया गया।

कई गुटों पर चीन का दबाव
टीएनएलए और उसके सहयोगियों ने उत्तरी मांडले क्षेत्र के कुछ और शहरों पर कब्जा कर लिया और सितंबर 2024 में देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले की ओर बढ़ गए। इससे चीन का इस गुट पर दबाव बढ़ा है। चीनी सरकार के भारी दबाव में उन्हें अपनी कार्रवाई धीमी करनी पड़ी। कई क्षेत्रों में इस गुट ने अपने अभियान धीमे किए हैं। चीन ने पूर्वी शान राज्य में एक अन्य शक्तिशाली समूह, यूनाइटेड वा स्टेट आर्मी पर भी दबाव डाला है। चीनी सरकार ने कथित तौर पर 2024 में एमएनडीएए नेता पेंग डैरेन को हिरासत में लिया। 

इसके बाद समूह ने दक्षिणी शान राज्य की राजधानी मांडले या ताउंग्यी पर हमला नहीं करने की बात कही। इसके बाद इस साल अप्रैल में उसे लाशियो को शासन को वापस सौंपने के लिए मजबूर होना पड़ा।

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Tags: China  

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