
बारिश का ठहरा पानी बढ़ा रहा है खतरा, सजग रहें आमजन
डेंगू रोधी अभियान, विभाग ने आमजन से भी अपील की है सावधानी बरतें, मच्छरों को पनपने न दें एवं नियमित रूप से साफ -सफाई करें ताकि बीमारियों को रोका जा सके।
घरों के आस-पास भी पानी एकत्रित न होने दें, जहां पानी ठहरा है वहां संबंधित कार्मिकों को सूचना देकर आवश्यक गतिविधियां करवाएं। कूलर व फ्रीज के पीछे लगी ट्रे को नियमित रूप से साफ करें।
टोंक। बारिश के मौसम और पानी के ठहराव के चलते मच्छर जनित बीमारियों की आशंका बढ़ गई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने मौसमी बीमारियों से संबंधित आवश्यक गतिविधियां तेज कर दी है और विभाग ने आमजन से भी अपील की है कि वे सावधानी बरतें, मच्छरों को पनपने न दें एवं नियमित रूप से साफ -सफाई करें ताकि बीमारियों को रोका जा सके। इन दिनों डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया की आशंका बढ़ी है, लिहाजा सोमवार सेआरंभ हुआ डेंगू रोधी अभिया,25 जुलाई तक चलेगा।
सीएमएचओ डॉ. अशोक कुमार यादव ने बताया कि मौसमी बीमारियों के फैलने की आशंका और जिले में बारिश के पानी के ठहराव के कारण स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों और आमजन को एहतियात बरतनी होगी। इसके चलते हमें अभी से सतर्क व सजग रहना होगा। डेंगू सहित अन्य मौसमी व मच्छर जनित बीमारियों पर अंकुश लगाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी मच्छरों को पनपने से रोकना है इसलिए हमें अपने घर से शुरूआत करनी होगी।
घर में रखे गमले, मटके, छतों पर अनावश्यक पड़े टायर, कबाड़ आदि में मच्छर पनपते हैं। बेम्बू, बोतल आदि में लगे पौधों में भी लार्वा पैदा हो जाते हैं, इनके पानी को सप्ताह में दो बार अवश्य बदलें।नियमित रूप से सफाई अभियान घर में भी चलाएं। घरों के आस-पास भी पानी एकत्रित न होने दें, जहां पानी ठहरा है वहां संबंधित कार्मिकों को सूचना देकर आवश्यक गतिविधियां करवाएं। कूलर व फ्रीज के पीछे लगी ट्रे को नियमित रूप से साफ करें।
डिप्टी सीएमएचओ डॉ. महबूब खान ने बताया कि विभाग ने सोमवार से विशेष डेंगू रोधी अभियान प्रारंभ कर अधिकारियों व कार्मिकों को गंभीरता बरतने के निर्देश दिए हैं। विभागीय टीमें नियमित सर्वे के साथ ही आमजन को जागरूक करेंगी। आवश्यकयतानुसार बुखार रोगियों को चिन्हित कर सैंपल लिए जाएंगे। वहीं आमजन बुखार आदि होने पर नजदीकी राजकीय चिकित्सालय में संपर्क करें। इन दिनों पूरी बाजू के कपड़े पहनें। पानी के बर्तन को खुला न रखें, किचन एवं बाथरूम को सूखा रखें, कूलर का पानी नियमित रूप से बदलें। शरीर पर मच्छर को दूर रखने वाली क्रीम लगाएं। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। घर के आस-पास मच्छर मारने वाली दवा का छिड़काव करवाएं।
ये हैं डेंगू के लक्षण: एपिडिमियोलोजिस्ट डॉ. राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि डेंगू के शुरुआती लक्षणों में रोगी को तेज ठंड लगती है, भूख कम लगती है, सिरदर्द, कमर दर्द, चमड़ी के नीचे लाल धब्बे होना और आंखों में तेज दर्द हो सकता है। इसके साथ ही उसे लगातार तेज बुखार रहता है। इसके अलावा जोड़ों में दर्द, बेचौनी, उल्टी, लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
चूंकि डेंगू वायरस के कारण होता है इसलिए इसका उपचार किसी एक तरह से संभव नहीं है। ऐसे में जरूरी है कि इन लक्षणों को पहचानकर व्यक्ति बिना देरी के चिकित्सक से मिले और इसका उपचार करवाए। इस दौरान अधिक से अधिक पानी व पेय पदार्थ लेना चाहिए और आराम करना जरूरी है। बुखार होने पर केवल पेरासिटामोल लें और तुरंत चिकित्सक को दिखाएं।
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