हरियाली अमावस पर प्राचीन मंदिरों में महिलाओं की लगी भीड़
शहर की महिलाएं सावन की हरियाली अमावस को शहर की भृमण व परिक्रमा के लिए निकलती है।
यह जोधपुर परिक्रमा के रूप में की जाती है जिसमें जगह जगह पर प्राचीन मंदिर वेद जलाशय मैं पूजा अर्चना व स्नान करके अपना तीरथ पूरा करती है। जोधपुर के आसपास गांव की महिला भी हरियाली अमावस पर जोधपुर पहुंची है और शहर की परिक्रमा करती है।
जोधपुर। हरियाली अमावस को तीरथ अमावस्या मानी जाती है। इसीलिए शहर की महिलाएं सावन की हरियाली अमावस को शहर की भृमण व परिक्रमा के लिए निकलती है। सर्व प्रथम महिलाएं रातानाडा स्थित गणेश मंदिर मैं पूजा अर्चना के बाद विनायक मंदिर चौपासनी मंदिर अरना झरना मंदिर कदम खंडी बड़ली भेरू जी वेदनाथ मंदिर मंडलनाथ मंदिर बेरी गंगा होते हुए मंडोर उद्यान से वापस रातानाडा गणेश मंदिर से समापन करते हैं। यह जोधपुर परिक्रमा के रूप में की जाती है जिसमें जगह जगह पर प्राचीन मंदिर वेद जलाशय मैं पूजा अर्चना व स्नान करके अपना तीरथ पूरा करती है। जोधपुर के आसपास गांव की महिला भी हरियाली अमावस पर जोधपुर पहुंची है और शहर की परिक्रमा करती है।
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