गहलोत ने आज बुलाई कैबिनेट की बैठक, संक्रमण रोकने के लिए और सख्ती करने पर हो सकता है फैसला
राष्ट्रीय एवं विश्व स्तर पर अन्तराष्ट्रीय विशेषज्ञ कह रहे हैं कि सरकारें कितनी ही सुविधाएं बढ़ा लें, कोरोना की रफ्तार चार गुना है। मरीजों के लिए ऑक्सीजन एवं दवाइयों की कमी बनी रहेगी। इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को शाम 5 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई हैं। दूसरे राज्यों की तरह सरकार और सख्त कदम उठाने पर फैसला ले सकती हैं।
जयपुर। राष्ट्रीय एवं विश्व स्तर पर अन्तराष्ट्रीय विशेषज्ञ कह रहे हैं कि सरकारें कितनी ही सुविधाएं बढ़ा लें, कोरोना की रफ्तार चार गुना है। मरीजों के लिए ऑक्सीजन एवं दवाइयों की कमी बनी रहेगी। इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को शाम 5 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई हैं। दूसरे राज्यों की तरह सरकार और सख्त कदम उठाने पर फैसला ले सकती हैं। मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित होने वाली कैबिनेट की बैठक के बाद मंत्रिपरिषद की भी बैठक होगी। गहलोत के होम आइसोलेट होने के बाद यह पहली कैबिनेट बैठक होगी, जिसमें वीसी से जुड़ेंगे।
बैठक में कोरोना महामारी के प्रकोप के बाद राज्य में बने हालातों पर चर्चा के बाद सख्त निर्णय लिए जा सकते हैं। अभी राज्य में रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा चलाया जा रहा हैं, लेकिन लोगों की लापरवाही के कारण अभी संक्रमण की रफ्तार नहीं रुक पा रही है। अस्पतालों में ऑक्सीजन और दवाइयों की कमी बनी हुई है। केंद्र से ऑक्सीजन और दवाओं की एक्टिव केसों के आधार पर आपूर्ति करने की मांग की जा रहीं है। ऐसे में केंद्र और अन्य व्यवस्थाओं के जरिए संसाधन जुटाने पर निर्णय लिया जा सकता है। इसके साथ ही जरूरतमंदों को सहायता देने पर भी सरकार निर्णय लेने और कुछ विभागों से जुड़े एजेंडों पर भी फैसला हो सकता हैं।
डॉक्टर एवं मेडिकल स्टाफ के लिए मच सकता है हाहाकार
मुख्यमंत्री ने आशंका जताते हुए कहा कि हो सकता है आने वाले दिनों में ऑक्सीजन एवं दवाइयों की कमी पूरी हो भी जाए, लेकिन जिस तरह इस घातक कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं तो फिर आज की तरह डॉक्टर एवं मेडिकल स्टाफ के लिए हाहाकार मचने लग सकता है, उनको 14 माह लगातार काम करते हुए हो गए हैं। इसलिए बेहद जरूरी है कि संक्रमण की चेन तोड़कर लोगों की जान बचाने के लिए एड़ी-चोटी तक का जोर लगा दिया जाए। अत: कृपया घर में रहें एवं पूरी तरह कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में पूरी ताकत झोंकी
सीएम ने कहा है कि जब कोरोना की पहली वेव आई थी, तब आक्सीजन बेड, आईसीयू और वेंटिलेटर खाली पड़े रहे थे, लेकिन यह दूसरी तहर बेहद खतरनाक है, जिसमें अधिकांश लोगों को ऑक्सीजन, आईसीयू और वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़ रही है। राष्ट्रीय एवं विश्व स्तर पर अन्तरराष्ट्रीय विशेषज्ञ कह रहे हैं कि सरकारें कितनी ही सुविधाएं बढ़ा ले, कोरोना की रफ्तार चार गुना है। मरीजों के लिए ऑक्सीजन एवं दवाइयों की कमी बनी रहेगी। हम संक्रमितों की चेन तोड़ने के लिए पूरी ताकत झोंक कर एवं आमजन के कोरोना प्रोटोकॉल की सख्ती से पालना करने से ही संभव होगा, जिससे अविलम्ब संख्या में ब्रेक लगेगा अन्यथा स्थिति और भयावह बन सकती है।
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