जाने राजकाज में क्या है खास

जाने राजकाज में क्या है खास

सूबे में जब भी सबसे बड़ी पंचायत के चुनाव होते हैं, तो रामगढ़ वाले जुबेर भाई चर्चा में जरूर होते हैं। उनकी चर्चा एक तरफ ही नहीं बल्कि दोनों दलों में होती है।

चर्चा में रामगढ़ वाले
सूबे में जब भी सबसे बड़ी पंचायत के चुनाव होते हैं, तो रामगढ़ वाले जुबेर भाई चर्चा में जरूर होते हैं। उनकी चर्चा एक तरफ ही नहीं बल्कि दोनों दलों में होती है। हाथ वालों की पहली सूची में रामगढ़ से ज्योंही खान भाई का नाम आया, कइयों की बांछे खिल गई, तो कुछेक के चेहरे पर मायूसी छा गई। भाईसाहब के साथ किस्मत से एक जुमला जुड़ा हुआ है। और जुमला भी कुछ सालों से सटीक बैठ रहा है। सो कहने वालों का मुंह भी नहीं रोका जा सकता। जुमला है कि जब भी जुबेर भाई का विधानसभा में पगफेरा होता है, तब हाथ वालों को विपक्ष में ही बैठने का मौका मिलता है। सरदार पटेल मार्ग स्थित बंगला नंबर 51 में भी माला फेरी जा रही है कि इस बार भी ऊपर वाला जुबेर की मनोकामना जरूर पूरी करे। इंदिरा गांधी भवन में बने हाथ वालों के ठिकाने पर खुसरफुसर है कि अगर रामगढ़ वाले भाईसाहब के सिर पर विजय का सेहरा बंधता है, तो नतीजा सबके सामने है और इस बार जुबेर भाई सदन में प्रवेश के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। 

वाह रे वकील साहब
इंदिरा गांधी भवन में बने हाथ वालों के दफ्तर में आने वाले कई भाई लोग लक्ष्मणगढ़ वाले वकील साहब की चातुर्यता की चर्चा में मशगूल है। दफ्तर की पहली मंजिल पर कई महीनों से ठाले बैठे एक भाई ने हमें भी बताया कि कोहनी के गुड़ लगाने में वकील साहब का कोई मुकाबला नहीं है। जब भी पावर की बात चलती है, तो किसी न किसी की कोहनी पर गुड़ लगा देते हैं, कि लग जाओ धार पर, भली करेगा राम। सो मामला फिर टल जाता है। अब तक एक दर्जन से ज्यादा लोगों को मेरिट याद दिला कर उनकी कोहनी मीठी कर चुके हैं। एक भाई की कोहनी तो कुछ ज्यादा ही मीठी हो गई, तो राज से भी पंगा करने में आगा पीछा सब भूल गए।

आसरा सिर्फ नमो का
सूबे में चुनावी जंग के साथ ही नेताओं का देवरे धोकने का सिलसिला भी शुरू हो गया। जोधपुर वाले भाईसाहब भी गणेशजी को पूज रहे हैं, तो मैडम को देवी पर पूरा भरोसा है। दौसा वाले मीनेश वंजश भी पीपलाज माता के सहारे समर में कूदे हैं। लेकिन इन देवरों के साथ एक ऐसा देव भी है, जो सूबे में चर्चा में है। बड़ी चौपड़ से लेकर गांव की चौपालों तक उस देव की चर्चा है। देव का देवरा भी काठियावाड़ में है। सरदार पटेल मार्ग पर बने भगवा के ठिकाने के साथ ही पीसीसी में भी खुसरफुसर है कि अब तो आसरा सिर्फ नमो जाप का है, जितना जाप करेंगे, उतना ही असर दिखाई देगा।

कमल की सुगंध और किताब  
सूबे में इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा में भाजपा और आरएलपी की है। कमल की सुगंध अब बोतल के ढक्कन में आने लगी है। यह दीगर बात है कि बीच-बीच में कांग्रेस भी लोगों की जुबान पर आ जाती है। सरदार पटेल मार्ग स्थित बंगला नंबर 51 के साथ इंदिरा गांधी भवन में बने पीसीसी के ठिकाने तक में आरएलपी की चर्चा हुए बिना नहीं रहती। राज का काज करने वाले भी लंच केबिनों में भाजपाइयों के कदम आरएलपी की ओर बढ़ने के मायने अपने हिसाब से निकाल रहे हैं। भारती भवन में भी बैठक, चर्चा और चिंतन का दौर जारी है। चर्चा तो यहां तक है कि खींवसर वाले किसान वंशज भाईसाहब को  हवा देने वाले भी घर के ही हैं। सो घर का भेदी लंका ढहाए वाली कहावत भी चरितार्थ हो रही है। 

Read More लक्सन के सामने आर्थिक स्थिति से निपटने की चुनौती

एक जुमला यह भी
भगवा में इन दिनों एक जुमला जोरों पर है। जुमला भी छोटा-मोटा नहीं, बल्कि चीफ मिनीस्टरी को लेकर है। इसके लिए भाईसाहब और मैडम को अग्नि परीक्षा के दौर का सामना जरूर करना पड़ेगा। समकक्ष नेताओं के चेहरे पर बल दोनों तरफ है। मैडम को षष्ठी पूर्ति कर चुके लोगों के साथ भारती भवन वालों से खतरा है, तो भाईसाहब किसान पुत्रों के नेताओं के शिकंजे से बाहर नहीं निकल पा रहे। जुमला है कि चौकड़ी से बाहर निकल कर जिसने रूठों को मनाने में फतह कर ली, समझो उसकी कुर्सी पक्की है।
    

Read More कांग्रेस: अब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चुनने की चुनौती!

-एल. एल. शर्मा

Read More पार्टी को वोट देने वाले मतदाताओं का आभार, पार्टी की हार वाले राज्यों में दोगुनी ताकत से वापस आएगी कांग्रेस : खड़गे

Post Comment

Comment List

Latest News

गहलोत ने भाजपा पर साधा निशाना, मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं होने पर उठाया सवाल गहलोत ने भाजपा पर साधा निशाना, मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं होने पर उठाया सवाल
निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के नए मुख्यमंत्री का नाम अभी तक तय नहीं होने पर भाजपा पर निशाना...
चीन ने उपग्रहों के लिए जुके-2 वाहक रॉकेट अंतरिक्ष में किया प्रक्षेपित
इंडोनेशिया में ट्रक ने बस को मारी टक्कर, 7 लोगों की मौत
UPSC ने सिविल सर्विसेज के लिए मेन्स एग्जाम का रिजल्ट किया जारी
ऋषि सुनक ने रवांडा निर्वासन नीति का किया समर्थन
अवैध रूप से संचालित एक दर्जन मीट की दुकानों एवं बूचड़खानों पर कार्रवाई
ट्रैफिक लाइट सिग्नल फ्री शहर, फिर भी जाम और हादसों का खतरा