टेरेटरी को लेकर लड़ाई में बघेरा राणा घायल
बघेरे राणा का ट्रीटमेंट किया गया
झालाना लेपर्ड रिजर्व में बघेरे राणा का ट्रीटमेंट किया गया। उसे बिना ट्रेंकुलाइज (बेहोश) किए, डाट के जरिए दवाई दी गई। रेंजर जनेश्वर चौधरी ने बताया कि झालाना में टेरेटरी को लेकर किसी अन्य बघेरे से राणा की लड़ाई हुई थी। इसमें इसकी गर्दन के ऊपर और नीचे घाव हो गए।
जयपुर। झालाना लेपर्ड रिजर्व में बघेरे राणा का ट्रीटमेंट किया गया। उसे बिना ट्रेंकुलाइज (बेहोश) किए, डाट के जरिए दवाई दी गई। रेंजर जनेश्वर चौधरी ने बताया कि झालाना में टेरेटरी को लेकर किसी अन्य बघेरे से राणा की लड़ाई हुई थी। इसमें इसकी गर्दन के ऊपर और नीचे घाव हो गए।
ऐसे में डॉ. अशोक तंवर ने डाट के जरिए राणा को दवाई दी, ताकि उसके घावों में कीड़े ना पड़े। चौधरी ने बताया कि बघेरे राणा की देखरेख की जा रही है। गौरतलब है कि बोल्ड साइटिंग के लिए बघेरा राणा वन्यजीवों प्रेमियों की पहली पसंद बना हुआ है। नर, मादा और शावक सहित यहां बघेरों की संख्या 40 से अधिक बताई जा रही है।
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