असर खबर का - खाते में आई पेंशन, घर चलाने की खत्म हुई टेंशन

वित्त विभाग ने जारी किया बजट, पेंशनरों को मिली राहत

असर खबर का - खाते में आई पेंशन, घर चलाने की खत्म हुई टेंशन

राज्य में नई सरकार के बनने के बाद पेंशन राशि में बढ़ोतरी की गई है।

कोटा। सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग की ओर से दी जाने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन नहीं मिलने से परेशान हो रहे बुजुर्ग पेंशनरों को अब राहत मिलने लगी है। राज्य सरकार के वित्त विभाग ने बजट जारी कर दिया है। ऐसे में जिले के पेंशनरों के खाते में एक माह की पेंशन जमा हो गई है। आगामी दिनों में बकाया दो माह की पेंशन भी जमा हो जाएगी। पिछले तीन माह से बुजुर्ग पेंशन का इंतजार कर रहे थे। सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग की ओर से तय समय पर पेंशन के बिल निदेशालय में भेज दिए गए थे। वित्त विभाग द्वारा बजट जारी नहीं करने से पेंशन अटकी हुई थी। अब पेंशन मिलने से बुजुर्गो में खुशी की लहर दौड़ गई है। 

पेंशनरों को अब इतने मिल रहे रुपए
75 वर्ष से कम आयु के विशेष योग्यजन पेंशनर्स को 1150 रुपए और 75 वर्ष और उससे अधिक आयु के विशेष योग्यजन पेंशनर्स को 1250 रुपए प्रतिमाह मिलते हैं। वृद्धावस्था पेंशनर को 1150 रुपए, एकल नारी पेंशन के तहत 75 वर्ष से कम आयु की विधवा, परित्यक्ता या तलाकशुदा महिला को 1150 और 75 वर्ष से अधिक आयु की विधवा, परित्यक्ता या तलाकशुदा महिला को 1500 रुपए प्रतिमाह मिलता है। राज्य में नई सरकार के बनने के बाद पेंशन राशि में बढ़ोतरी की गई है।

तीन माह से कर रहे थे इंतजार
कोटा जिले में करीब 2 लाख 17 पेंशनर हैं जिनको सरकार की ओर से तय पेंशन दी जाती है। इनमें एकल नारी पेंशन, बुजुर्ग पेंशन, दिव्यांग पेंशन आदि शामिल हैं। पेंशन नहीं आने से आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा था। पेंशनरों का कहना है कि पिछले तीन माह से पेंशन नहीं मिलने से रोजाना ई-मित्र केन्द्रों पर चक्कर लगाने जाते थे, लेकिन वहां से कोई उचित जवाब नहीं मिलता था। इस कारण निराश होकर लौटना पड़ता था। अब एक माह की पेंशन खाते में जमा हो गई है। इससे काफी राहत मिली है। इससे गुजर-बसर करने में आसानी हो जाएगी।  

नवज्योति ने प्रमुखता से उठाया था मामला
सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग की ओर से दी जाने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन नहीं मिलने से जिले के बुजुर्ग पेंशनरों को हो रही परेशानी के सम्बंध में 10 सितम्बर के अंक में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया गया था। इसमें बताया था कि निदेशालय की ओर से तीन माह से बजट ही जारी नहीं किया गया है। इसके चलते खाते में पेंशन नहीं आई है। पेंशन नहीं आने पर पेंशनर कभी बैंक, कभी ई-मित्र, कभी ट्रेजरी के चक्कर काटने को मजबूर हैं। जिले में कई बुजुर्गो के घर का खर्चा पेंशन की राशि से ही चलता है। अब वित्त विभाग की बजट जारी करने से पेंशन खातों में जमा होने लगी है।

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इनका कहना है
तीन माह की पेंशन नहीं मिलने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। अब एक माह की पेंशन खाते में जमा हो गई है। इससे काफी राहत मिली है। उसके घर का खर्चा पेंशन की राशि से ही चलता है।
- लक्ष्मी कंवर, बुजुर्ग पेंशनर

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विभाग की ओर से तय समय पर पेंशन सम्बंधी बिल निदेशालय को भेज दिए गए थे। तीन माह की पेंशन बकाया चल रही थी। अब वित्त विभाग की ओर से बजट जारी होने के बाद पेंशन मिलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 
- सविता कृष्णिया, संयुक्त निदेशक, सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग कोटा

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