स्वतंत्रता और एकता की सिनेमाई कहानियों का प्रदर्शन : हर घर तिरंगा फिल्म महोत्सव का देशभर में शुभारंभ 

भारत के समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास और विरासत को प्रदर्शित करना

स्वतंत्रता और एकता की सिनेमाई कहानियों का प्रदर्शन : हर घर तिरंगा फिल्म महोत्सव का देशभर में शुभारंभ 

हर घर तिरंगा-देशभक्ति फिल्म महोत्सव की सोमवार को शुरूआत हुई। यह देश की स्वतंत्रता के लिए तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी सिनेमाई श्रद्धांजलि की शुरूआत है

नई दिल्ली। हर घर तिरंगा-देशभक्ति फिल्म महोत्सव की सोमवार को शुरूआत हुई। यह देश की स्वतंत्रता के लिए तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी सिनेमाई श्रद्धांजलि की शुरूआत है। सोमवार से बुधवार तक होने वाला यह महोत्सव सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) के सहयोग से किया है। महोत्सव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शुरू किए गए हर घर तिरंगा अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय ध्वज के साथ प्रत्येक नागरिक के भावनात्मक जुड़ाव को गहरा करना और एकता एवं देशभक्ति की नई भावना का संचार करना है। महोत्सव का उद्देश्य दर्शकों को स्वतंत्रता के सफर की याद दिलाना, अनगिनत वीरों के बलिदान का उत्सव मनाना और राष्ट्र की पहचान को आकार देने वाली कहानियों को प्रदर्शित करना है।

भारत के समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास और विरासत को प्रदर्शित करना
दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कला, संस्कृति एवं भाषा मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि सिनेमा में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को अमर बनाने और पीढ़ियों को प्रेरित करने की शक्ति है। हर घर तिरंगा - देशभक्ति फिल्म महोत्सव सिनेमा का उत्सव ही नहीं, उस यात्रा की याद दिलाता है जिसने हमें स्वतंत्रता दिलाई। मुंबई में सूचना एवं प्रसारण सचिव संजय जाजू ने कहा कि महोत्सव का उद्देश्य सिनेमा के माध्यम से भारत के समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास और विरासत को प्रदर्शित करना है। सिनेमा एक दृश्य माध्यम होने के कारण दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ता है और इसलिए इस महोत्सव का उद्देश्य सभी भारतीयों में देशभक्ति की भावना पैदा करना है। अभिनेत्री श्रेया पिलगांवकर ने भी मुंबई में इस कार्यक्रम में अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि इस पहल का हिस्सा बनकर वह सम्मानित महसूस कर रही हैं। उये फिल्में हमें हमारे लोगों के लचीलेपन और साहस की याद दिलाती हैं और यह जरूरी है कि हम इन कहानियों को साझा करते रहें।

चार शहरों में भव्य उद्घाटन
महोत्सव का औपचारिक उद्घाटन एनएफडीसी-सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में कला, संस्कृति एवं भाषा मंत्री, दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र कपिल मिश्रा ने किया। इस मौके पर प्रभात, अपर सचिव (सूचना एवं प्रसारण); भूपेंद्र कैंथोला, प्रधान महानिदेशक (डीपीडी); और धीरेंद्र ओझा, प्रधान महानिदेशक (मीडिया एवं संचार) भी शामिल थे।
 
मुंबई: महोत्सव का उद्घाटन एनएफडीसी-राष्ट्रीय भारतीय सिनेमा संग्रहालय (एनएमआईसी) परिसर में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू और प्रशंसित अभिनेत्री श्रेया पिलगांवकर की उपस्थिति में हुआ। वरिष्ठ अधिकारियों, फिल्म निमार्ताओं और सिनेमा प्रेमियों ने इसमें भाग लिया। 

 चेन्नई: टैगोर फिल्म सेंटर ने एक उद्घाटन समारोह किया, जिसमें निर्देशक वसंत ने सिनेमा के माध्यम से देशभक्ति पर गहन विचारों के लिए; कोरियोग्राफर कला मास्टर ने राष्ट्रीय गौरव में कला की भूमिका को सामने लाने के लिए; तमिल चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रेसिडेंट चोझा नाचियार ने समर्थन और प्रोत्साहन के लिए; अभिनेत्री नमिता ने गरिमामयी उपस्थिति और देशभक्तिपूर्ण विचारों के लिए; तमिलनाडु संगीत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एवीएस शिवकुमार ने संस्कृति, परंपरा और युवा प्रतिभा को जोड़ने के लिए; और श्री वीरा ने अभिनेता, निर्देशक और निमार्ता के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

Read More गोवा में क्लब में फटा सिलेंडर : आग लगने से कई लोगों की मौत, मृतक के परिवार को 2 लाख रुपए देने की घोषणा 

 पुणे: हालांकि पुणे में फिल्मों की स्क्रीनिंग कुछ ही देर बाद शुरू हो गई, लेकिन एनएफडीसी-नेशनल फिल्म आर्काइव आॅफ इंडिया (एनएफएआई) के दर्शकों ने दिल्ली, मुंबई और चेन्नई से उद्घाटन समारोहों का सीधा प्रसारण देखा, जिससे महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी में एकता और साझा उत्सव की भावना का संचार हुआ।

Read More सीएमओ में बैठक : सूचना आयुक्त के रिक्त पदों पर होगी नियुक्ति, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी विशेष रूप से मौजूद

पुनर्स्थापना में एनएफएआई की भूमिका
एनएफडीसी का एक प्रभाग, भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार, फिल्म संरक्षण और पुनर्स्थापना में अग्रणी रहा है और यह सुनिश्चित करता है कि भारत की सिनेमाई विरासत समय के साथ लुप्त न हो। उन्नत डिजिटलीकरण तकनीकों, रंग-श्रेणीकरण और ध्वनि संवर्धन के माध्यम से, एनएफएआई सेल्युलाइड प्रिंटों को लगभग मूल गुणवत्ता में पुनर्स्थापित करता है, जिससे नए दर्शक इन क्लासिक फिल्मों का अनुभव उसी रूप में कर पाते हैं जैसा उन्हें देखा जाना चाहिए था। हर घर तिरंगा - देशभक्ति फिल्म महोत्सव में इन पुनर्स्थापित संस्करणों को शामिल करना फिल्म निमार्ताओं के प्रति एक श्रद्धांजलि और भारत की फिल्म विरासत की रक्षा के लिए एनएफएआई की प्रतिबद्धता की पुष्टि दोनों है।

Read More जिसका डर था वही हुआ...पलाश मुच्छल के साथ शादी टूटने पर स्मृति मंधाना ने तोड़ी चुप्पी, बताई चौकाने वाली वजह

एनएफडीसी की भूमिका और प्रतिबद्धता
भारतीय राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम ने दशकों से भारतीय सिनेमा के विकास और संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सरकार की प्रमुख फिल्म एजेंसी के रूप में, एनएफडीसी न केवल गुणवत्तापूर्ण फिल्मों का निर्माण और प्रचार करता है, बल्कि भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार के माध्यम से राष्ट्र की सिनेमाई विरासत की रक्षा भी करता है। हर घर तिरंगा - देशभक्ति फिल्म महोत्सव के साथ, एनएफडीसी सिनेमा के माध्यम को एक एकीकृत शक्ति के रूप में उपयोग करता है-पीढ़ियों, भाषाओं और क्षेत्रों के बीच सेतु का काम करता है। यह पहल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नागरिकों और राष्ट्रीय ध्वज के बीच एक व्यक्तिगत जुड़ाव को बढ़ावा देने के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो उत्सव के इस कार्य को भारत के मूल्यों और इतिहास के साथ एक गहन जुड़ाव में बदल देता है।

एनएफडीसी का प्रयास यह सुनिश्चित करता है कि देशभक्ति की कहानियां - चाहे वे ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित हों या कल्पना के माध्यम से पुनर्कल्पित हों - दर्शकों के साथ गूंजती रहें और अगली पीढ़ी को स्वतंत्रता और एकता के आदर्शों को बनाए रखने के लिए प्रेरित करें।

विविध और प्रेरक फिल्मों की सूची
इस विविध फिल्म सूची में निम्नलिखित महान देशभक्ति फिल्में शामिल हैं:
शहीद (1965): शहीद भगत सिंह और उनके सर्वोच्च बलिदान की प्रेरक कहानी।
स्वातंत्र्य वीर सावरकर (2024):  स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर के जीवन और विचारधारा का वृत्तांत।
 उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक (2019) : 2016 में भारतीय सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक का आधुनिक पुनर्कथन।
 आरआरआर (2022): स्वतंत्रता सेनानियों के काल्पनिक वृत्तांतों से प्रेरित एक महाकाव्य एक्शन ड्रामा।
 तानाजी (2020): मराठा योद्धा तान्हाजी मालुसरे की वीरतापूर्ण कहानी।
स्क्रीनिंग में शामिल 
मेजर (2022): 26/11 के मुंबई हमलों में मेजर संदीप उन्नीकृष्णन की बहादुरी को श्रद्धांजलि।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस : दूरदर्शी राष्ट्रवादी नेता की विरासत को दशार्ती एक लघु वृत्तचित्र।
वीरपांडिया कट्टाबोम्मन (1959) : दक्षिण भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी पर आधारित एक तमिल क्लासिक।
क्रांति (1981) : औपनिवेशिक शासन के खिलाफ विद्रोह की एक भव्य कहानी।
 हकीकत (1964) : 1962 के भारत-चीन संघर्ष से प्रेरित एक मार्मिक युद्ध नाटक।
 पराशक्ति (1952) : मजबूत सामाजिक और राष्ट्रवादी विषयों वाली एक ऐतिहासिक तमिल फिल्म।
 सात हिंदुस्तानी (1969): गोवा की मुक्ति के लिए लड़ रहे सात भारतीयों की कहानी।
इसके अलावा, यह महोत्सव शैक्षिक वृत्तचित्र भी प्रस्तुत करता है जो ऐतिहासिक संदर्भ प्रदान करते हैं और दर्शकों की भागीदारी को गहरा करते हैं:
 ऑवर फ्लैग: तिरंगे के प्रतीकवाद और इतिहास की खोज।
 लोकमान्य तिलक: बाल गंगाधर तिलक के जीवन और राजनीतिक जागरण का वृत्तांत।
 तिलक: तिलक के राष्ट्रवादी दृष्टिकोण का एक अंतरंग चित्रण।
 शहादत: भारत की स्वतंत्रता संग्राम में बलिदान के कार्यों पर प्रकाश।
एनएफएआई द्वारा पुनर्स्थापित क्लासिक्स (शास्त्रीय फिल्में) - अतीत को जीवंत करना। इस महोत्सव में चार ऐतिहासिक फिल्में - क्रांति (1981), हकीकत (1964), सात हिंदुस्तानी (1969) और शहीद (1965) - भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार के अथक संरक्षण प्रयासों के कारण उनके डिजिटल रूप से पुनर्स्थापित संस्करणों में प्रस्तुत की गई हैं।
क्रांति (1981): 19वीं शताब्दी में ब्रिटिश उत्पीड़न के खिलाफ भारत के संघर्ष की एक व्यापक कहानी, जिसमें मनोज कुमार, दिलीप कुमार और हेमा मालिनी जैसे कलाकारों ने अभिनय किया है।
हकीकत (1964): चेतन आनंद द्वारा निर्देशित, यह युद्ध ड्रामा 1962 के भारत-चीन संघर्ष की भावनात्मक और रणनीतिक चुनौतियों को दर्शाता है।
सात हिंदुस्तानी (1969): विभिन्न पृष्ठभूमियों से आए सात भारतीयों की एक कहानी, जो गोवा को पुर्तगाली शासन से मुक्त कराने के लिए एकजुट होते हैं - अमिताभ बच्चन की पहली फिल्म।
 शहीद (1965): मनोज कुमार द्वारा भगत सिंह के क्रांतिकारी संघर्ष और बलिदान का सशक्त चित्रण।

Post Comment

Comment List

Latest News

पंजाब-हरियाणा में नहीं जली पराली : फिर भी दिल्ली में प्रदूषण, आप ने कहा- भाजपा के सत्ता में रहने के बावजूद स्थिति और खराब  पंजाब-हरियाणा में नहीं जली पराली : फिर भी दिल्ली में प्रदूषण, आप ने कहा- भाजपा के सत्ता में रहने के बावजूद स्थिति और खराब 
राज्यों में पराली जलाने की कोई घटना सामने नहीं आई है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण का स्तर ऊंचा बना हुआ...
मुरलीपुरा थाना पुलिस की कार्रवाई : व्यापारी से एक करोड़ की रंगदारी मांगने वाला बदमाश गिरफ्तार, वसूली का काम करता है आरोपी
कांग्रेस नेताओं के बयान पर भजनलाल शर्मा का पलटवार : पार्टी के झूठ और लूट ने उसे धरातल पर ला दिया, कहा- अपने कर्म पर ध्यान नहीं देते ये लोग 
प्रॉपर्टी कारोबारी की स्कॉर्पियो जलाने की साजिश : सीसीटीवी में कैद बदमाशों की करतूत, पेट्रोल डालकर गाड़ी में लगाई आग 
आप ने भाजपा की चुनावी धांधली को लेकर कांग्रेस की चुप्पी पर उठाए सवाल : सिर्फ अपनी पार्टी के लिए बोलते हैं राहुल गांधी, सौरभ भारद्वाज ने दी इन आरोपों पर बोलने की चुनौती
बेघरों के लिए ढाल बनी सरकार : आश्रय स्थलों का खड़ा किया मजबूत नेटवर्क, रैन बसेरों से 21 हजार से अधिक लोगों को मिल रहा सहारा
कांग्रेस ने संजय गांधी को दी श्रद्धांजलि, नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चित्र पर अर्पित किए पुष्प