7 साल बाद फिर जगी उम्मीद : महाराणा प्रताप और गुरु वशिष्ठ अवार्ड का ऐलान आज या कल, समारोह के लिए करना होगा और इंतजार, मंगलवार को ही बनीं दोनों पुरस्कारों की कमेटियां
दिन-भर चली मैराथन चयन बैठक
राजस्थान के खिलाड़ी और प्रशिक्षक लंबे इंतजार के बाद अब महाराणा प्रताप और गुरु वशिष्ठ अवार्ड की घोषणा सुनने को तैयार हैं।
जयपुर। राजस्थान के खिलाड़ी और प्रशिक्षक लंबे इंतजार के बाद अब महाराणा प्रताप और गुरु वशिष्ठ अवार्ड की घोषणा सुनने को तैयार हैं। सात साल से अटके इन दोनों प्रतिष्ठित पुरस्कारों की घोषणा संभवत: गुरुवार या शुक्रवार को की जा सकती है। राजस्थान खेल परिषद ने 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस पर पुरस्कार वितरण की संभावना जताई थी, लेकिन अब माना जा रहा है कि गुरुवार या शुक्रवार को सिर्फ पुरस्कार विजेताओं का ऐलान ही हो सकेगा। वास्तविक समारोह के लिए खिलाड़ियों और कोचों को अभी और इंतजार करना होगा।
481 दावेदारों में होगा चयन :
इस बार कुल 481 खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों ने आवेदन किया है। इनमें महाराणा प्रताप पुरस्कार के लिए 334 खिलाड़ी और गुरु वशिष्ठ अवार्ड के लिए 147 प्रशिक्षक दावेदार हैं।
चयन प्रक्रिया के लिए चली मैराथन बैठक :
मंगलवार को ही गठित चयन समितियों ने बुधवार को दिनभर चली मैराथन बैठक में दावेदारों की फाइलें खंगालीं। बैठक गुरुवार को भी जारी रहेगी। हालांकि खेल परिषद के स्तर पर दोनों पुरस्कारों के लिए बनी कमेटियों ने पुरस्कारों के लिए नम्बरिंग का काम पहले ही पूरा कर लिया था।
अब एक साथ 70 को सम्मान :
नियमों में बदलाव के बाद अब हर साल पांच खिलाड़ियों को महाराणा प्रताप और पांच प्रशिक्षकों को गुरु वशिष्ठ पुरस्कार दिए जाएंगे। 7 वर्ष के पुरस्कारों को अब एक साथ घोषित किया जाएगा। यानी कुल 35 खिलाड़ियों और 35 प्रशिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। पुरस्कार राशि भी एक लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये की गई है।
यह बनीं चयन समितियां :
गुरु वशिष्ठ अवार्ड : अध्यक्ष- शासन सचिव (युवा मामले व खेल विभाग) नीरज कुमार पवन, सदस्य- उप शासन सचिव अनिता मीणा, अर्जुन अवार्डी गोपाल सैनी, द्रोणाचार्य अवार्डी सागरमल धायल, सदस्य सचिव- खेल परिषद सचिव राजेन्द्र सिंह सिसोदिया।
महाराणा प्रताप पुरस्कार : अध्यक्ष- खेल परिषद अध्यक्ष नीरज कुमार पवन, सदस्य- उप शासन सचिव अनिता मीणा, अर्जुन अवार्डी श्रीराम सिंह शेखावत, द्रोणाचार्य अवार्डी महावीर सैनी, सदस्य सचिव- राजेन्द्र सिंह सिसोदिया।

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