बदले नियमों से खेला जाएगा सितम्बर पोलो सीजन : चक्कर हॉफ समाप्त, खिलाड़ी बीच में घोड़ा बदलने जाएगा तो नहीं रुकेगी घड़ी
42 दिन चलेगा सत्र, 7 टूनार्मेंट होंगे, रामबाग पर 4, कैवेलरी पर 3 टूनार्मेंट खेले जाएंगे
राजस्थान पोलो क्लब का सितम्बर पोलो सीजन एक सितम्बर से शुरू होगा।
जयपुर। राजस्थान पोलो क्लब का सितम्बर पोलो सीजन एक सितम्बर से शुरू होगा। इस बार मुकाबले बदले नियमों से खेले जाएंगे। इंडियन पोलो एसोसिएशन (आईपीए) की 2 अगस्त को दिल्ली में हुई एजीएम में लिए निर्णय के अनुसार अब चक्कर के बीच ब्रेक नहीं होगा। हालांकि इस दौरन खिलाड़ी को अपना घोड़ा बदलने की अनुमति होगी पर खेल नहीं रुकेगा और घड़ी नहीं रोकी जाएगी। सत्र के दौरान 42 दिन में कुल सात टूर्नामेंट खेले जाएंगे। इसमें कैवेलरी पर 3 और रामबाग पोलो ग्राउण्ड पर चार टूर्नामेंट होंगे।
छह गोल के चिंकारा कप से होगी शुरूआत :
सितम्बर पोलो सीजन की शुरूआत 1 सितम्बर को 61वीं कैवेलरी में छह गोल के चिंकारा कप से होगी। इसका फाइनल 7 सितम्बर को खेला जाएगा। कैवेलरी में तीन टूनार्मेंट होंगे। छह गोल के आर्मी कमांडर कप का आयोजन 8 से 14 सितम्बर तक किया जाएगा, जबकि तीसरा टूनार्मेंट चार गोल का सप्त शक्ति पोलो चैंपियनशिप होगा। कैवेलरी में होने वाले टूनार्मेंटों के लिए बनाई टूनार्मेंट कमेटी के कर्नल वीएस काहलों अध्यक्ष होंगे, जबकि लेफ्टिनेंट कर्नल विशाल चौहान, मेजर अनन्त राजपुरोहित और मेजर मृत्युंजय सिंह चौहान सदस्य होंगे।
सवाई मान गार्ड कप 15 सितंबर से :
सत्र के दौरान रामबाग पोलो ग्राउण्ड पर चार टूनार्मेंट खेले जाएंगे। आठ गोल के सवाई मान गार्ड कप का आयोजन 15 से 21 सितम्बर तक होगा, जबकि भावनगर पोलो ट्रॉफी के लिए आठ गोल का टूनार्मेंट 22 से 28 सितम्बर तक खेला जाएगा। छह गोल के कर्नल अमर सिंह कानोता कप के मुकाबले 29 सितम्बर से 6 अक्टूबर तक खेले जाएंगे, जबकि छह गोल का ही बीएम बिड़ला पोलो कप 6 से 12 अक्टूबर तक खेला जाएगा।

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