अडानी के सामने मोदी का सरेंडर देशहित में नहीं : प्रधानमंत्री का सरकारी तंत्र सुनिश्चित करता है कि अडानी का व्यापार बढ़ता रहे, अजय कुमार ने कहा- मजबूर होकर अडानी को दिया एयरपोर्ट
आखिर मोदी ने अडानी के आगे सरेंडर क्यों कर दिया है ?
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि वह अमेरिका और चीन के सामने ही नहीं बल्कि देश में भी अडानी जैसे उद्योगपतियों के सामने भी सरेंडर कर रहे हैं।
नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि वह अमेरिका और चीन के सामने ही नहीं बल्कि देश में भी अडानी जैसे उद्योगपतियों के सामने भी सरेंडर कर रहे हैं, जो कहीं भी देशहित में नहीं है। कांग्रेस नेता डॉ. अजय कुमार ने यहां पार्टी के नए मुख्यालय इंदिरा भवन में कहा कि आखिर मोदी ने अडानी के आगे सरेंडर क्यों कर दिया है ? अडानी के लिए प्रधानमंत्री ने आखिर देश को खतरे में क्यों डाल दिया है ? मोदी का पूरा सरकारी तंत्र यह सुनिश्चित करता है कि अडानी का व्यापार बढ़ता रहे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ने एयरपोर्ट के टेंडर के लिए एक विज्ञापन निकाला। इसमें लिखा गया कि एयरपोर्ट चलाने के लिए कोई अनुभव नहीं चाहिए। ऐसा सिर्फ एक आदमी को टेंडर देने के लिए किया गया, लेकिन मीडिया में इसका कोई कवरेज नहीं हुआ। अहमदाबाद, मंगलुरु, जयपुर, लखनऊ, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम, सब हवाई अड्डे अडानी को सौंप दिए। मुंबई हवाई अड्डे के लिए जीवीके कंपनी को परेशान कर प्रताड़ित किया गया, तो मजबूर होकर उन्होंने अडानी को यह हवाई अड्डा दे दिया।
डॉ. कुमार ने कहा कि मोदी ने बैंकों को अडानी का एटीएम बना दिया है। अडानी पर टोटल बैंक का एक्सपोजर 40,000 करोड़ रुपये का है और अब बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक से पीवीसी परियोजना के लिए बातचीत चल रही है, लेकिन इन सारे मामलों को लेकर मीडिया में कोई खबर नहीं आई। केन्या की सरकार ने अडानी का कॉन्ट्रैक्ट कैंसिल कर दिया था और अडानी को गिरफ्तार करने की तैयारी कर ली थी, लेकिन भारत के किसी अखबार में इस बात की कोई चर्चा नहीं की गई।
कांग्रेस नेता ने कहा कि हमें बाहरी अखबारों से पढ़कर अडानी की डील के बारे में पता चल रहा है, लेकिन हमारे देश की मीडिया में कोई बात नहीं कर रहा। देश के सम्मान को ठोस पहुंच रही है, लेकिन कोई कुछ नहीं बोल रहा, क्योंकि'नरेंदर ने सरेंडर कर दिया है। सैन्य कार्रवाई के बीच चीन ने खुलकर पाकिस्तान को समर्थन किया, लेकिन मोदी चीन का नाम तक नहीं ले पा रहे हैं। चीन ब्रह्मपुत्र नदी पर दुनिया का सबसे बड़ा बांध बना रहा है, लेकिन उसकी कोई चर्चा नहीं है जबकि यह बांध पूरे पूर्वोत्तर की परिस्थिति को बदल देगा।
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