गाजा में ईद पर भी बहुत बुरे हालात न भोजन, न पानी, न ठौर ठिकाना
बेहद संगीन और गमगीन हाल में वे ईद मना रहे
इजरायल ने कहा है कि उसे सात अक्टूबर, 2023 को गाजा में अपहृत किए गए थाईलैंड के एक बंधक का शव मिला है।
तेल अवीव। इजरायल ने कहा है कि उसे सात अक्टूबर, 2023 को गाजा में अपहृत किए गए थाईलैंड के एक बंधक का शव मिला है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने शनिवार को बताया कि थाईलैंड के नागरिक नट्टापोंग पिंटा का शव एक विशेष सैन्य अभियान के तहत इजराइल को लौटा दिया गया है। सरकार ने बताया कि पिंटा को किबुत्ज निर ओज से अगवा किया गया था और युद्ध की शुरुआत में ही उसे कैद में मार दिया गया था। गाजा में 55 बंधक अभी भी बचे हैं, जिनमें से इजरायल का कहना है कि आधे से अधिक मर चुके हैं। उधर गाजा में इस वर्ष ईद पर बहुत बुरी हालत है। लोगों के पास न भोजन है, न पानी , न कोई ठौर ठिकाना। बेहद संगीन और गमगीन हाल में वे ईद मना रहे हैं।
रक्षा मंत्री ने शनिवार को बताया कि पिंटा का शव राफा क्षेत्र से बरामद किया गया। वह कृषि कार्य के लिए थाईलैंड से इजराइल आया था। इस बीच युद्ध से पूरी तरह से तबाह गाजा पट्टी में फलस्तीनियों ने खंडहर हो चुकी मस्जिदों और घरों के बाहर नमाज अदा कर इस्लाम के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार बकरीद की शुरूआत की। उन्होंने इस इस अवसर पर इजराइल से युद्ध जल्द समाप्त होने की दुआएं मांगी। लगभग मलबे में तब्दील हो गए गाजा के लोगों को पारंपरिक ईद-उल-अजहा की नमाज खुले आसमान के नीचे अदा करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
खाद्यान्न की आपूर्ति कम होने के कारण परिवारों को तीन दिन के इस त्योहार के लिए जुटाए गए थोड़े-बहुत भोजन से ही काम चलाना पड़ेगा। दक्षिणी शहर खान यूनिस में नमाज अदा करने के बाद कामेल इमरान ने कहा, फलस्तीनी लोगों के खिलाफ अन्यायपूर्ण युद्ध जारी है जिसकी वजह से यहां के लोग अबतक के सबसे बुरे हालात में त्योहार मना रहे हैं। उन्होंने कहा, यहां न तो भोजन है, न आटा, न ही आश्रय, न मस्जिद, न घर, न गद्दे... स्थितियां बहुत, बहुत गंभीर है।
यह लगातार दूसरा साल है जब गाजा के मुसलमान इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक हज करने के लिए सऊदी अरब की यात्रा नहीं कर सके। वहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने माना है कि इजरायल ने हमास के खिलाफ लड़ाई में गाजा में फलस्तीनियों के कुछ स्थानीय कबीलों को सक्रिय किया है। नेतन्याहू ने एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा कि सरकार ने इजराइली सैनिकों की जान बचाने के लिए सुरक्षा अधिकारियों की सलाह पर यह कदम उठाया है। यह घोषणा गाजा में फलस्तीनियों के अनौपचारिक समूहों को हथियार देने के लिए उनकी एक राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी द्वारा आलोचना किए जाने के कुछ घंटे बाद की गई। गाजा में कुछ स्थानीय फलस्तीनी परिवारों के पास हथियार होने के बारे में जानकारी है और अक्सर वे क्षेत्र के कुछ हिस्सों पर नियंत्रण रखते हैं। अतीत में, युद्ध से पहले और इसके दौरान, कुछ लोगों का हमास के साथ टकराव या तनाव रहा है। एक इजराइली अधिकारी ने कहा कि नेतन्याहू जिस समूह का जिक्र कर रहे थे, उनमें से एक तथाकथित अबू शबाब समूह है।
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