Nana Patekar: मुंबई पुलिस के लिए अपराधियों के स्केच बनाते थे, फिल्म अंकुश से मिला था पहला बड़ा ब्रेक

73 वर्ष के हुए नाना पाटेकर

Nana Patekar: मुंबई पुलिस के लिए अपराधियों के स्केच बनाते थे, फिल्म अंकुश से मिला था पहला बड़ा ब्रेक

उन्होंने अपने सिने करियर की शुरुआत वर्ष 1978 में रिलीज फिल्म गमन से की लेकिन इस फिल्म में दर्शकों ने उन्हें नोटिस नहीं किया।

मुंबई। बॉलीवुड के जानेमाने अभिनेता नाना पाटेकर आज 73 साल के हो गए। नाना पाटेकर उर्फ विश्वनाथ पाटेकर का जन्म मुंबई में 1 जनवरी 1951 को एक मध्यम वर्गीय मराठी परिवार में हुआ। उनके पिता दनकर पाटेकर चित्रकार थे। नाना पाटेकर ने मुंबई के जे.जे. स्कूल ऑफ आट््र्स से पढ़ाई की। इस दौरान वह कॉलेज द्वारा आयोजित नाटकों में हिस्सा लिया करते थे। नाना पाटेकर को स्केचिंग का भी शौक था और वह अपराधियों की पहचान के लिए मुंबई पुलिस को उनकी स्केच बनाकर दिया करते थे। उन्होंने अपने सिने करियर की शुरुआत वर्ष 1978 में रिलीज फिल्म गमन से की लेकिन इस फिल्म में दर्शकों ने उन्हें नोटिस नहीं किया। अपने वजूद को तलाशते नाना को फिल्म इंडस्ट्री में लगभग 8 वर्ष संघर्ष करना पड़ा। फिल्म गमन के बाद उन्हें जो भी भूमिका मिली वह उसे स्वीकार करते चले गए। इस बीच उन्होंने गिद्ध भालू शीला जैसी कई दोयम दर्जे की फिल्मों मे अभिनय किया लेकिन इनमें से कोई भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हुई।

साल 1984 मे रिलीज फिल्म आज की आवाज बतौर अभिनेता नाना पाटेकर ने राज बब्बर के साथ काम किया। यह फिल्म पूरी तरह राज बब्बर पर केन्द्रित थी फिर भी नाना ने अपने सधे हुए किरदार निभाकर अपने अभिनय की छाप छोडऩे मे कामयाब रहे हालांकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित नहीं हुई। नाना पाटेकर को प्रारंभिक सफलता दिलाने में निर्माता-निर्देशक एन.चंद्रा की फिल्मों का बड़ा योगदान रहा। उन्हें पहला बड़ा ब्रेक फिल्म अंकुश (1986) से मिला। इस फिल्म में नाना पाटेकर ने एक ऐसे बेरोजगार युवक की भूमिका निभाई जो काम नहीं मिलने पर समाज से नाराज है और उल्टे सीधे रास्ते पर चलता है। अपने इस किरदार को नाना पाटेकर ने इतनी संजीदगी से निभाया कि दर्शक उस भूमिका को आज भी भूल नहीं पाए हैं। इसे महज एक संयोग कहा जाएगा कि इसी फिल्म से एन.चंद्रा ने बतौर निर्माता और निर्देशक अपने सिने करियर की शुरुआत की थी।

साल 1987 में नाना पाटेकर को एन.चंद्रा की ही फिल्म प्रतिघात में भी काम करने का अवसर मिला। यूं तो पूरी फिल्म सुजाता मेहता पर आधारित थी लेकिन नाना इस फिल्म में एक पागल पुलिस वाले की छोटी सी भूमिका निभाकर अपनी अभिनय क्षमता का लोहा मनवा लिया। वर्ष 1989 में रिलीज फिल्म परिन्दा नाना पाटेकर के सिने करियर की हिट फिल्मों में शुमार की जाती है। विधु विनोद चोपड़ा निर्मित इस फिल्म में नाना पाटेकर ने मानसिक रूप से विक्षिप्त लेकिन अपराध की दुनिया के बेताज बादशाह की भूमिका निभाई जो गुस्से में अपनी पत्नी को जिंदा आग में जलाने से भी नही हिचकता। अपनी इस भूमिका को नाना पाटेकर ने सधे हुए अंदाज में निभाकर दर्शकों की वाहवाही लूटने में सफल रहे।

साल 1991 में नाना पाटेकर ने फिल्म निर्देशन में भी कदम रख दिया और प्रहार का निर्देशन किया साथ ही अभिनय भी किया। इस फिल्म की सबसे दिलचस्प बात यह रही कि उन्होंने अभिनेत्री माधुरी दीक्षित से ग्लैमर से विहीन किरदार निभाकर दर्शकों के सामने उनकी अभिनय क्षमता का नया रूप रखा। वर्ष 1992 मे रिलीज फिल्म तिरंगा बतौर मुख्य अभिनेता नाना पाटेकर के सिने करियर की पहली सुपरहिट फिल्म साबित हुई। निर्माता-निर्देशक मेहुल कुमार की इस फिल्म में उन्हें संवाद अदायगी के बेताज बादशाह राजकुमार के साथ काम करने का मौका मिला लेकिन नाना पाटेकर ने भी अपनी विशिष्ट संवाद शैली से राजकुमार को अभिनय के मामले में कड़ी टक्कर देते हुए दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।

Read More 75 वर्ष के हुए रजनीकांत : बस कंडक्टर का किया काम, फिल्म ‘अपूर्वा रागांगल’ से रखा सिनेमा की दुनिया में कदम, जानें कौन सी फिल्म ने बनाया सुपरस्टार 

साल 1996 मे रिलीज फिल्म खामोशी मे उनके अभिनय का नया आयाम दर्शकों को देखने को मिला। इस फिल्म में उन्होंने अभिनेत्री मनीषा कोईराला के गूंगे पिता की भूमिका निभाई। यह भूमिका किसी भी अभिनेता के लिए बहुत बड़ी चुनौती थी। बगैर संवाद बोले सिर्फ आंखो और चेहरे के भाव से दर्शकों को सब कुछ बता देना नाना पाटेकर की अभिनय प्रतिभा का ऐसा उदाहरण था, जिसे शायद ही कोई अभिनेता दोहरा पाये। साल 1999 मे नाना पाटेकर को मेहुल कुमार की ही फिल्म कोहराम में भी काम करने का मौका मिला। इस फिल्म में उनके अभिनय के नए आयाम देखने को मिले। फिल्म में उन्हें सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के साथ पहली बार काम करने का मौका मिला। फिल्म मे अमिताभ बच्चन और नाना पाटेकर जैसे अभिनय की दुनिया के दोनों महारथी का टकराव देखने लायक था। हांलाकि इसके बावजूद भी फिल्म को अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाई।

Read More ऑस्कर विजेता हॉलीवुड फिल्ममेकर डैरेन एरोनॉफ्स्की के साथ काम करेंगे कार्तिक आर्यन, जानें कोलैब को लेकर अभिनेता ने क्या कहा 

साल 2007 में रिलीज फिल्म वेलकम में नाना पाटेकर के अभिनय का नया रंग देखने को मिला। इस फिल्म के पहले उनके बारे में कहा जाता था कि वह केवल संजीदा अभिनय करने में ही सक्षम है लेकिन नाना ने जबरस्त हास्य अभिनय कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर अपने आलोचकों का मुंह सदा के लिए बंद कर दिया और फिल्म को सुपरहिट बना दिया। नाना पाटेकर को अब तक चार बार फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। नाना पाटेकर को तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। नाना पाटेकर आज भी जोरोखरोश के साथ काम कर रहे हैं।

Read More मनीष पॉल ने दिवंगत अभिनेता धर्मेंद्र को समर्पित किया अपना अवार्ड, कहा- मैं उन्हें हर दिन याद करता हूँ और करता रहूंगा

Post Comment

Comment List

Latest News

Weather Update : दिल्ली जाने वाली 6 फ्लाइट जयपुर डायवर्ट, चार अब भी अटकी Weather Update : दिल्ली जाने वाली 6 फ्लाइट जयपुर डायवर्ट, चार अब भी अटकी
राजधानी दिल्ली में घने कोहरे के कारण हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। खराब दृश्यता के चलते दिल्ली आने वाली...
कौन है नवीद अकरम? जिसने सिडनी में मचाया मौत का तांडव, सामने आया पाकिस्तान कनेक्शन?
एसआईआर को लेकर अखिलेश ने केंद्र सरकार पर उठाए सवाल, बोलें-चुनावी गणित होगा प्रभावित
मेले में दिखा कला, संस्कृति और सामुदायिक उत्सव का संगम, ग्रेट हार्ट आश्रम से आए 150 बच्चों ने आयोजन में लिया भाग
रघु सिन्हा आईटीएफ मास्टर्स टेनिस प्रतियोगिता सम्पन्न, रियाज और विभा ने जीते तिहरे खिताब
दिल्ली-NCR में 40 उड़ानें रद्द, 4 डायवर्ट, AQI 466 तक पहुंचा
उर्स की तैयारियां तेज : जगमगाया दरगाह परिसर पुनर्निमित सबीली गेट से आवाजाही शुरू, उर्स का झंडा 17 को चढ़ेगा