माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के परीक्षार्थियों को इस बार से मिलेगी रि-चैकिंग की सुविधा, मदन दिलावर ने विधानसभा में घोषणा कर किया निर्देशित
10.16 लाख से अधिक पंजीकृत
पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस बार सैकण्डरी के गणित विषय की उत्तरपुस्तिका की ही हो सकेगी रि-चैकिंग
अजमेर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा इस बार प्रदेश के विश्वविद्यालयों की तर्ज पर परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट परीक्षार्थियों को उत्तरपुस्तिकाओं की रि-चैकिंग की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। फिलहाल यह सुविधा केवल सैकण्डरी के परीक्षार्थियों को गणित विषय की उत्तरपुस्तिकाओं में ही मिल सकेगी। बोर्ड ने इसे पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किया है। परीक्षार्थियों के रुझान के बाद अगले सत्र से गणित विषय में रि-चैकिंग व्यवस्था जारी रखी जाए या नहीं अथवा इसे अन्य विषयों में भी लागू करने पर विचार किया जा सकेगा। बोर्ड के सचिव कैलाश चन्द्र शर्मा ने बताया कि शिक्षा एवं पंचायतराज मंत्री मदन दिलावर ने विधानसभा में घोषणा कर निर्देशित किया था।
उनके निर्देश पर ही बोर्ड ने रि-चैकिंग की सुविधा को पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू करने का निर्णय लिया हैं। बोर्ड परीक्षार्थियों को रि-टोटलिंग की सुविधा पहले ही उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में परीक्षार्थियों की संख्या सीमित होती हैं और बोर्ड में परीक्षार्थियों की संख्या अधिक होने पर रि-चैकिंग की सुविधा कितनी कारगर हो सकेगी, यह भी देखना होगा। फिलहाल गणित विषय में ही अंकों में परिवर्तन की संभावना होती है। इसलिए इसी विषय को रि-चैकिंग में रखा गया हैं।
रि-टोटलिंग और रि-चैकिंग में अंतर
रि-टोटलिंग में केवल परीक्षक द्वारा दिए गए अंकों की गणना की जाती हैं। यदि गणना में कोई बदलाव होते हैं तो परीक्षक के अंक बढ़ाकर संबंधित विषय में उसका परीक्षा परिणाम बदलकर अंकतालिका जारी की जाती हैं और गलत गणना के लिए संबंधित परीक्षक पर भी कार्रवाई का प्रावधान हैं। वहीं रि-चैकिंग में परीक्षार्थी द्वारा परिणाम पर आपत्ति जताने और आवेदन करने के बाद फिर से उसकी उत्तरपुस्तिका का पूनर्मूल्यांकन (रि-चैकिंग) करवाई जाएगी। इसमें यदि किसी प्रश्न के उत्तर में कम या अधिक अंक दिए गए हैं तो उसे घटाया और बढ़ाया जा सकेगा। उसके बाद उसके पूर्व जारी किए गए परीक्षा परिणाम को परिवर्तित कर नई अंकतालिका जारी की जाएगी।
10.16 लाख से अधिक पंजीकृत
बोर्ड परीक्षा में इस बार कुल 19 लाख 98 हजार 509 विद्यार्थियों को पंजीकृत किया गया। इनमें से सैकण्डरी की परीक्षा में 10 लाख 16 हजार 963 परीक्षार्थियों को पंजीकृत किया गया था। इनमें से कितने परीक्षा में शामिल हुए और कितने अनुपस्थित रहे की जानकारी भी बोर्ड द्वारा परीक्षा परिणाम के बाद जारी की जाएगी। गौरतलब हैं कि बोर्ड की परीक्षाएं 6 मार्च से शुरु होकर 9 अपै्रल को पूर्ण हुई थी। अब बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित करने में जुटा हैं। बोर्ड का प्रयास हैं कि अगले माह मई के दूसरे पखवाड़े में बोर्ड की सीनियर सैकण्डरी परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।

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