मेला खत्म होने के बाद लगा गंदगी का अंबार, बदबू से श्रद्धालु परेशान
आदिवासी लघु कुम्भ सीताबाड़ी धार्मिक मेला समाप्त
मेले के दौरान तो सफाई का ध्यान रखा मेला समाप्त होते ही इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया।
केलवाड़ा। आदिवासी लघुकुम्भ सीताबाड़ी धार्मिक मेला 6 जून से लेकर 16 जून तक का लगातार 11 दिनों तक चला। इस दरमियान सीताबाड़ी में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान, दान व मेला भ्रमण का लुफ्त उठाया। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम में दर्जनों लोक कलाकारों ने शानदार प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रदेश की लोक संस्कृति को ऊंचा उठाने का महत्वपूर्ण काम किया है। नगर पालिका प्रशासन ने कड़ी मेहनत भी की। मेले की शुरूआत से लेकर मेला खत्म होने तक कलक्टर एवं एसडीएम अधिकारियों की परेड लेते दिखे, मगर मेला खत्म होने के बाद प्रशासन ने इस ओर झांकने की भी जरूरत नहीं समझी। जिसके फलस्वरूप सीताबाड़ी में गंदगी इस तरफ फैली हुई है। मच्छर मक्खी भिनभिना रहे हैं। गौ माता कचरे खा रही है। स्थानीय निवासी हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मेला समाप्ति के बाद गंदगी परेशान हैं।
साफ-सफाई की तरफ नहीं प्रशासन का ध्यान
फटे-पुराने कपड़े बिखरे पड़े हैं। इसके अलावा पॉलीथिन, कागज के टुकड़े इत्यादि से मेला परिसर प्रदूषित हो गया है। साफ-सफाई को लेकर नगर पालिका प्रशासन ने महज खानापूर्ति की है। मेले के दौरान तो सफाई का ध्यान रखा मेला समाप्त होते ही इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया। मेला मैदान क्षेत्र में भी अब दुकानें उठ चुकी हैं। वहां पर तो गंदगी का विकराल दृश्य देखने को मिल रहा है। साफ-सफाई के लिए स्वच्छता अभियान चलाने की जरूरत है। मेला समाप्त होने के बाद भी लोग सीताबाड़ी में स्नान व मंदिर दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में प्रतिदिन पहुंच रहे हैं।
नगर पालिका द्वारा साफ-साफाई में कोताही के चलते प्राचीन लक्षमण मंदिर के आसपास कचरे का अंबार लगा हुआ है। यहां दूरदराज से आने वाले श्रदालुओं को गंदगी के चलते परेशानी का भी सामना करना पड़ता है लेकिन नगर पालिका प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।
- धर्मेंद्र बंसल, स्थानीय दुकानदार, सीताबाड़ी।
सीताबाड़ी में स्थित लक्ष्मण मंदिर एवं राम मंदिर वर्षों से क्षेत्र के लोगों की आस्था का केंद्र बना हुआ है, लेकिन नगर पालिका द्वारा मंदिर के सामने कचरा पेटी न रखकर गंदगी का वातारण निर्मित कर दिया है।
- अशोक शर्मा, महंत राम मंदिर।
नगरपालिका का स्वच्छता अमला यहां नियमित कचरा नहीं उठाता, चारों तरफ कचरे के ढेर लगे हैं। इसके अलावा आसपास घूमने वाले मवेशी कचरे को आसपास बिखेर देते हैं। जिससे चारों तरफ गंदगी का बातावरण बना हुआ है।
- राहुल जोधा, स्थानीय निवासी।
सीताबाड़ी में मेला परकोटा व मेन रोड़ पर प्लास्टिक पॉलिथीन के ढेर लगे हुए है। नगरपालिक द्वारा सफाई नहीं होने के कारण कचरे के ढेर लग गए। अन्य जानवर कचरे को खा रहे हैं। अगर समय होते सफाई नहीं की गई। आने वाली बारिश से पॉलिथीन नालियों में जाम हो जाएगी।
- राकेश शिवहरे, शिक्षाविद, एबीवीपी पूर्व जिला संगठन मंत्री।
जल्द ही मेला परिसर की साफ-सफाई कराई जाएगी। सफाई के लिए प्रयास किए जा रहे है।
- नागलमल गुर्जर, अधिशासी अधिकारी, नगरपािलका केलवाड़ा।
स्टाफ की कमी है। नगर पालिका में स्टाफ के लिए हमारे द्वारा प्रयास किया जा रहे हैं। टेंडर प्रक्रिया कर नगर क्षेत्र में साफ-सफाई कराई जाएगी।
- ललित मीणा, विधायक, शाहाबाद किशनगंज।

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