हत्यारी मां को गांव वालों ने पुलिस को सौंपा : बेटे-बेटी को कुएं में फेंका, तीसरी बच्ची ने भाग कर बचाई जान
मैने कराया बच्चेदानी का ऑपरेशन, मरने के बाद बच्चों का ध्यान कौन रखेगा
सूचना पर सदर थाना पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद एसडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाया गया।
डूंगरपुर। मां ने 4 साल के बेटे और 2 महीने की बेटी को कुएं में फेंक दिया, दोनों की डूबने मौत हो गई, वहीं 6 साल की बेटी मां से हाथ छुड़ा कर भाग गई, जिससे उसकी जान बच गई। आसपास के लोगों ने महिला को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। घटना पर सदर थाना क्षेत्र के मोकरवाडा गांव में गुरुवार दोपहर 2 बजे की है। महिला ने बताया कि दो महीने पहले उसने बच्चेदानी का ऑपरेशन करवाया था, इसके बाद से पेट में दर्द रहता है, जो असहनीय है। ऐसे में मेरे मर जाने के बाद बच्चों का ध्यान कौन रखेगा? यह सोच कर वह 3 बच्चों के साथ कुएं में कूदने गई थी, दो बच्चों को फेंकने के बाद बड़ी बेटी को भी फेंक रही थी, लेकिन भाग जाने से वह बच गई। एएसआई भवानी सिंह ने बताया कि, महिला वर्षा, उम्र 30, पत्नी सुनील डामोर गुमानपुरा पंचायत के बुएला गांव की रहने वाली है।
वह बेटी उर्मिला 6 उम्र, बेटा जीतू 4 उम्र और 2 महीने की बच्ची को लेकर घर से निकल 5 किमी दूर मोकरवाडा गांव में नदी के किनारे बिना मुंडेर के कुएं के पास पहुंची। उसने जीतू और 2 महीने की मासूम को कुएं में फेंक दिया। वह 6 साल की बेटी को भी कुएं में फेंकने वाली थी, लेकिन वह मां का हाथ छुड़ाकर भाग गई, जिसपर मां उसके पीछे दौड़ी लेकिन इस दौरान आस-पास खेतों में काम कर रहे लोगों ने दौड़ कर बच्ची को बचा लिया। सूचना पर सदर थाना पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद एसडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाया गया। लगभग 2 घंटे के बाद दोनों बच्चों के शव बाहर निकाले व लोगों ने वर्षा डामोर को पुलिस को सौंप दिया। महिला का पति सुनील ऑटो चलता है।

Comment List