जयपुर में मंदिरों में चैन तोड़ने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, 7 आरोपी गिरफ्तार
8 सोने की चेन और वारदात में प्रयुक्त 2 लग्जरी कारें जब्त की
जयपुर पश्चिम की पुलिस ने मंदिरों, धार्मिक आयोजनों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर सक्रिय चैन तोड़ने वाले एक अंतरराज्यीय शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया है
जयपुर। जयपुर पश्चिम की पुलिस ने मंदिरों, धार्मिक आयोजनों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर सक्रिय चैन तोड़ने वाले एक अंतरराज्यीय शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह की 5 महिलाओं और 2 पुरुषों सहित कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 8 सोने की चेन और वारदात में प्रयुक्त 2 लग्जरी कारें जब्त की हैं।
शिकायतें और मामले दर्ज
पुलिस उपायुक्त जयपुर शहर (पश्चिम) हनुमान प्रसाद, आईपीएस ने बताया कि वैशालीनगर थाना क्षेत्र में मंदिर में चैन चोरी की 3 अलग-अलग शिकायतें दर्ज हुईं।
पहली रिपोर्ट परिवादी दिलीप सिंह ने दी, जिसमें बताया गया कि 23 जुलाई 2025 को उनकी माताजी श्रीमती गुलाब कंवर, झारखंड महादेव मंदिर, क्वीन्स रोड, प्रेमपुरा में दर्शन करने गईं। गर्भगृह के अंदर जल चढ़ाते समय पांच महिलाओं के गिरोह में से किसी एक ने उनके गले की सोने की चेन और माताजी का सोने का लॉकेट चुरा लिया। इस पर मुकदमा संख्या 278/2025, धारा 303(2) बीएनएस 2023 में मामला दर्ज किया गया।
दूसरी रिपोर्ट भंवर सिंह ने दर्ज कराई कि 23 जुलाई 2025 को उनकी पुत्रवधू और अन्य परिजन झारखंड महादेव मंदिर में जल अर्पण करने गए, जहां कुछ महिलाओं ने उनकी बहू की गले की सोने की चेन तोड़ ली और फरार हो गईं। इस पर मुकदमा संख्या 279/2025, धारा 303(2) बीएनएस 2023 दर्ज हुआ।
तीसरी रिपोर्ट महिला परिवादी अर्चना सिंह ने दर्ज कराई कि 28 जुलाई 2025 को श्रावण मास में जल अभिषेक के दौरान गर्भगृह में उनकी सोने की चेन एक महिला गिरोह द्वारा चोरी कर ली गई। इस पर मुकदमा संख्या 290/2025, धारा 303(2) बीएनएस 2023 दर्ज हुआ।
विशेष टीम का गठन
घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए और भविष्य में ऐसी वारदातों पर रोक लगाने के उद्देश्य से अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम आलोक सिंगल के निर्देशन में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम में—
राजेश सिंह, थानाधिकारी पुलिस थाना वैशालीनगर गणेश सैनी, पुलिस निरीक्षक प्रभारी डीएसटी (जिला पश्चिम) तकनीकी टीम (जिला पश्चिम) को शामिल किया गया और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
पुलिस की कार्रवाई
गठित टीम ने अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग दल बनाए। एक टीम को मंदिर और आसपास के सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की पहचान करने का कार्य दिया गया। दूसरी टीम को घटनास्थल के आसपास लगे कैमरों से संदिग्ध वाहनों का चिन्हांकन करने का काम सौंपा गया। तकनीकी टीम ने पुराने आपराधिक रिकार्ड का विश्लेषण कर संदिग्धों को चिह्नित किया। मुखबिरों को सक्रिय कर सूचना एकत्र की गई।
तफ्तीश के दौरान मुखबिर खास से सूचना मिली कि संदिग्ध महिलाएं डिग्गी कल्याण मंदिर में वारदात की फिराक में घूम रही हैं। इस पर पुलिस ने घेराबंदी कर गिरोह के सभी 7 सदस्यों को पकड़ लिया।
गिरफ्तारी और खुलासा
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे राजस्थान और अन्य राज्यों के प्रसिद्ध मंदिरों व धार्मिक आयोजनों में भीड़ का फायदा उठाकर महिलाओं को घेर लेते थे और सोने की चेन व आभूषण तोड़कर भाग जाते थे। श्रावण मास में झारखंड महादेव मंदिर की अधिक भीड़ को देखते हुए उन्होंने वहां वारदात को अंजाम दिया।
बरामदगी
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से—
8 सोने की चेन, 2 लग्जरी कारें बरामद कीं।
गिरफ्तार आरोपी
1. विमलेश कुमारी उम्र 42 वर्ष, जाति बावरीया, निवासी कच्ची बस्ती रणजीत नगर, थाना कोतवाली, भरतपुर
2. पूजा उम्र 25 वर्ष, जाति बावरीया, निवासी बालाजी कॉलोनी, मीणा की ढाणी, थाना बानसुर, जिला अलवर
3. मधु उम्र 21 वर्ष, जाति बावरीया, निवासी अमोलक कॉलोनी, मेरठ, हाल निवासी अलवर
4. गुड्डी, उम्र 50 वर्ष, जाति बावरीया, निवासी कच्ची बस्ती रणजीत नगर, थाना कोतवाली, भरतपुर
5. अंजु पत्नी मनोज, उम्र 25 वर्ष, जाति बावरीया, निवासी कच्ची बस्ती रणजीत नगर, थाना कोतवाली, भरतपुर
6. सुरेंद्र सिंह बावरीया उम्र 47 वर्ष, निवासी कच्ची बस्ती रणजीत नगर, थाना कोतवाली, भरतपुर
7. ऋषि कुमार बावरीया उम्र 33 वर्ष, निवासी बालाजी कॉलोनी, मीणा की ढाणी, थाना बानसुर, जिला अलवर
पुलिस को संदेह है कि इन आरोपियों ने अन्य वारदातों में भी शामिल होने की बात छुपाई है, जिसके खुलासे की संभावना है।

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