ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद स्कूलों में फिर लौटी रौनक, नए सत्र की शुरुआत
शैक्षणिक सत्र 2025-26 की विधिवत शुरुआत हो गई
लगभग 45 दिन के ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद 1 जुलाई से प्रदेश भर के विद्यालयों में एक बार फिर रौनक लौट आई।
जयपुर। लगभग 45 दिन के ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद 1 जुलाई से प्रदेश भर के विद्यालयों में एक बार फिर रौनक लौट आई। विद्यार्थियों के स्वागत के साथ ही शैक्षणिक सत्र 2025-26 की विधिवत शुरुआत हो गई है। शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने इस संबंध में आदेश जारी कर विद्यालयों को समयबद्ध संचालन और शिक्षा व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के निर्देश दिए।
जाट ने स्पष्ट किया है कि 1 जुलाई से शिक्षण कार्य और विद्यार्थियों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। इसके साथ ही सभी शिक्षकों को विद्यालय समय पर पहुंचने, परिसर की सफाई सुनिश्चित करने और विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण देने के निर्देश दिए गए थे। विद्यालयों के स्टाफ ने भी विद्यालय की साफ-सफाई, कक्षाओं की सजावट और पाठ्यक्रम की तैयारी पहले ही कर ली थी।
स्कूल वाहन और समय सारिणी का भी विशेष ध्यान :
शिक्षकों द्वारा विद्यालय परिवहन व्यवस्था को लेकर भी सक्रियता दिखाई गई। स्कूल वाहनों के चालकों को समय पर निर्धारित स्टैंड पर पहुंचने के निर्देश दिए गए, ताकि विद्यार्थियों के आवागमन में कोई परेशानी न हो। इसके अलावा स्कूलों की समय सारिणी भी तय कर दी गई है।
ग्रीष्मकालीन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए स्कूलों का समय निर्धारित किया गया है। एक पारी वाले स्कूल सुबह 7:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक संचालित होंगे, जबकि दो पारी वाले विद्यालय सुबह 7:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुलेंगे। यह समय शीतकालीन सत्र शुरू होने तक यानी 1 अक्टूबर तक लागू रहेगा।
विद्यालयों में बच्चों की चहलकदमी और शिक्षकों की सक्रियता ने स्कूल परिसर को पुनः जीवंत कर दिया है। बच्चों में भी नए सत्र को लेकर उत्साह और उमंग देखने को मिली।

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