सहकार एवं रोजगार उत्सव का आयोजन : अमित शाह ने पुलिस के 100 वाहनों को दिखाई हरी झंडी, सहकारिता की 40 स्टॉल्स का किया अवलोकन
सुधांश पंत और डीजीपी राजीव शर्मा भी मौजूद
इसके साथ ही शाह ने आयोजन स्थल सहकारिता से जुड़ी प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए सरकारी समितियों से जुड़े महिला व किसान प्रतिनिधियों द्वारा तैयार उत्पादों का निरीक्षण किया और संवाद भी किया।
जयपुर। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अवसर पर बुधवार को जयपुर के दादिया में सहकार एवं रोजगार उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने इस दौरान पुलिस को 100 नई वाहनों की सौगात देते हुए हरी झंडी दिखाई। आयोजन स्थल पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, मुख्य सचिव सुधांश पंत और डीजीपी राजीव शर्मा भी मौजूद रहे।
इसके साथ ही शाह ने आयोजन स्थल सहकारिता से जुड़ी प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए सरकारी समितियों से जुड़े महिला व किसान प्रतिनिधियों द्वारा तैयार उत्पादों का निरीक्षण किया और संवाद भी किया।
अमित शाह ने भजनलाल सरकार की तारीफों के बांधे पुल, बोले– आने वाला युग सहकारिता का
जयपुर के दादिया गांव में आयोजित रोजगार एवं सहकार उत्सव कार्यक्रम में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने भजन लाल सरकार की जमकर सराहना करते हुए कहा कि "राजस्थान वीरों की भूमि है और अब यह विकास की भी भूमि बन रही है।" उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत प्रदेश को नमन करते हुए की।
शाह ने पेपर लीक मामलों पर कड़ा एक्शन लेने के लिए भजनलाल सरकार की सराहना करते हुए कहा कि SIT गठन कर सरकार ने माफियाओं को सख्त संदेश दिया है। उन्होंने बताया कि राजस्थान में हुई ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए हैं, जिनमें से 3 लाख करोड़ पर कार्य शुरू हो चुका है।
भजनलाल सरकार की उपलब्धियों में ₹450 में रसोई गैस सिलेंडर, पेट्रोल-डीजल पर VAT में कटौती, और जल जीवन मिशन जैसी योजनाओं को अमित शाह ने ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि राजस्थान को सहकारिता के क्षेत्र में देशभर में टॉप-5 में लाने का श्रेय भी राज्य सरकार को जाता है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने भारत को सुरक्षा, विकास और सहकारिता के तीन मजबूत स्तंभ दिए हैं। आतंकी हमलों पर कड़ी कार्रवाई, पुलवामा के जवाब और सहकारिता के जरिए गरीबों को सशक्त बनाने की दिशा में भारत ने दुनिया को दिशा दिखाई है।
शाह ने बताया कि—
देश में 2 लाख नए PACS बनाए जा रहे हैं, जिनमें 40,000 तैयार हैं।
98% गांवों में सहकारी सेवाएं पहुंची हैं।
31 करोड़ लोग सहकारिता से जुड़े हैं।
30% धान का क्रय-विक्रय अब सहकारिता से हो रहा है।
ऊंटनी के दूध पर रिसर्च भी कोऑपरेटिव मॉडल से शुरू हो चुका है।
अंत में शाह ने कहा कि “आने वाले 100 साल सहकारिता के होंगे,” और हर गांव-हर गरीब को इससे जोड़ने का कार्य प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में तेजी से चल रहा है।

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