जहर के खिलाफ एएनटीएफ का एक्शन : 33.16 करोड़ का नशे का जखीरा बरामद, एएनटीएफ का मादक पदार्थ तस्करों पर लगातार शिकंजा जारी ; नशे का इतना जहर पकड़ा कि यदि ये सप्लाई हो जाता तो कितने परिवार हो जाते बर्बाद
तस्करों के खिलाफ चार माह में 13 बड़े एक्शन
समाज को खोखला कर रही इसी खतरनाक सप्लाई चेन पर एएनटीएफ ने बड़े वार करते हुए 33.16 करोड़ रुपए का नशाखोरी का सामान जब्त कर अपनी सख्त मौजूदगी का एहसास करा दिया। कार्रवाई के आधार पर मानें तो प्रदेश में लगातार बढ़ रही नशाखोरी और उससे तबाह होती पीढि़यों को रोकने के लिए एएनटीएफ ने कार्रवाई का सिलसिला तेज कर दिया है।
जयपुर। नशे की एक-एक खेप सिर्फ जहर ही नहीं होती बल्कि वह आने वाली कई पीढि़यों को अंधेरे में धकेल देती है। इसमें परिवार, युवावस्था, सपने और भविष्य सब खत्म हो जाते हैं। समाज को खोखला कर रही इसी खतरनाक सप्लाई चेन पर एएनटीएफ ने बड़े वार करते हुए 33.16 करोड़ रुपए का नशाखोरी का सामान जब्त कर अपनी सख्त मौजूदगी का एहसास करा दिया है। कार्रवाई के आधार पर मानें तो प्रदेश में लगातार बढ़ रही नशाखोरी और उससे तबाह होती पीढि़यों को रोकने के लिए एएनटीएफ ने कार्रवाई का सिलसिला तेज कर दिया है।
एएनटीएफ की गई कई बड़ी कार्रवाई के दौरान कुल 33.16 करोड़ रुपए का मादक पदार्थ जब्त किया गया है। अगर यह खेप लोगों तक पहुंच जाती, तो न जाने कितने ही परिवार बर्बाद होते और कितने युवा इसकी चपेट में आकर जीवन की पटरी से उतर जाते। एएनटीएफ ने प्रदेश में नशे की रोकथाम के लिए अगस्त से नवंबर महीने तक ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। इसमें अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई 11 अक्टूबर को केसरीसिंहपुर श्रीगंगानगर में की गई, जहां 7.50 करोड़ रुपए कीमत की 1.492 किलो हेरोइन जब्त कर दो तस्करों को दबोचा गया।
नशे का क्रूर असर, नई पीढि़यां होती हैं बर्बाद
नशा सिर्फ एक व्यक्तिको नहीं, बल्कि पूरा परिवार नष्ट कर देता है।
युवा पढ़ाई, नौकरी, जिम्मेदारियों और रिश्तों से दूर हो जाते हैं।
अपराध बढ़ता है और घर- परिवार आर्थिक संकट में फंस जाता हैं।
समाज का एक पूरा वर्ग मानसिक, शारीरिक और सामाजिक बीमारी का शिकार हो जाता है।
इनका कहना है...
नशाखोरों के खिलाफ एएनटीएफ की लगातार कार्रवाई, जहां तस्करों में भय पैदा कर रही हैं वहीं समाज में यह संदेश भी जा रहा है कि यदि सभी मिलकर खड़े हों तो नशे के जहर की चेन को तोड़ा जा सकता है। यह सिर्फ पुलिस की जीत नहीं, बल्कि उन परिवारों की भी जीत है जिनके बच्चे एक सुरक्षित भविष्य की ओर बढ़ सकते हैं। आमजन से अपील है कि यदि कहीं मादक पदार्थ बिकते हुए नजर आते हैं तो तुरंत एएनटीएफ को सूचित करें।
-आईजी विकास कुमार, एएनटीएफ ।

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