शरीर पर पानी गिरते ही हो जाते हैं खुजली और लाल धब्बे : 45 वर्षीय महिला को पानी से एलर्जी, दुर्लभ एक्वाजेनिक अर्टिकारिया का मामला सामने आया
कुछ तत्वों की प्रतिक्रिया से हिस्टामिन नामक रसायन निकलता है
डॉ. माथुर के अनुसार इस बीमारी का कोई स्थाई इलाज नहीं है लेकिन एंटीहिस्टामिन जो कि एलर्जी रोकने वाली दवाएं होती है उनसे राहत मिल सकती है।
जयपुर। क्या आपने कभी सोचा है कि किसी को सिर्फ पानी से एलर्जी हो सकती है। यह अजीब लग सकता है लेकिन हाल ही में एक 45 वर्षीय महिला में एक्वाजेनिक अर्टिकारिया नामक एक दुर्लभ बीमारी का मामला सामने आया है जिसमें पानी के संपर्क में आते ही शरीर पर लाल चकत्ते और खुजली होने लगती है। राजस्थान हॉस्पिटल में वरिष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. दिनेश माथुर ने बताया कि पिछले दो महीनों से यह महिला किसी भी तापमान के पानी चाहे वह ठंडा हो या गर्म के संपर्क में आते ही लाल खुजली वाले चकत्तों से परेशान थी। स्रान करने, हाथ धोने या पानी से जुड़े किसी भी काम के बाद कुछ ही मिनटों में शरीर पर खुजली और जलन भरे दाने उभरने लगते थे। महिला को डॉक्टरों ने वॉटर चैलेंज टेस्ट से जांच की। जब उनके हाथ और पेट के एक हिस्से पर सामान्य पानी डाला गया, तो कुछ ही मिनटों में वहां खुजली और लाल धब्बे दिखाई देने लगे। यह देखकर विशेषज्ञों ने पुष्टि की कि यह मामला एक्वाजेनिक अर्टिकारिया का है जो दुनियाभर में अब तक केवल कुछ दर्जन मामलों में ही दर्ज किया गया है।
क्या है एक्वाजेनिक अर्टिकारिया
डॉ. माथुर ने बताया कि वैज्ञानिकों को अभी तक यह पूरी तरह समझ नहीं आया है कि इसका कारण क्या है लेकिन माना जाता है कि पानी के संपर्क में आने से त्वचा में मौजूद कुछ तत्वों की प्रतिक्रिया से हिस्टामिन नामक रसायन निकलता है, जिससे चकत्ते और खुजली होने लगती है।
कैसे हो सकता है इलाज
डॉ. माथुर के अनुसार इस बीमारी का कोई स्थाई इलाज नहीं है लेकिन एंटीहिस्टामिन जो कि एलर्जी रोकने वाली दवाएं होती है उनसे राहत मिल सकती है। इसके अलावा मरीजों को पानी के सीधे संपर्क से बचने, शरीर पर कोई सुरक्षा परत लगाने जैसे तेल या क्रीम और अन्य सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है। कुछ मामलों में बायोलॉजिकल थैरेपी जैसे ओमालिजुमैब भी कारगर साबित हुई है।
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