अशोक गहलोत ने शुरू की थी ईआरसीपी, मोदी किसका कर रहे है शिलान्यास : जूली
ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना बनाया जाएगा
मीडिया में नहीं बता सकते तो छुपा क्यों रहे हो। यह गंभीर मुद्दा है कि एमओयू होने के बाद सरकार इसे दबाकर बैठी है।
जयपुर। पीएम मोदी के पीकेसी-ईआरसीपी परियोजना का शिलान्यास करने आने पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने निशाना साधा है। जूली ने सोमवार को पीसीसी में मीडिया से बात करते हुए कहा कि पीएम मोदी मंगलवार को जिस योजना का शिलान्यास करने आ रहे हैं, वो योजना तो मुख्यमंत्री रहते अशोक गहलोत ने शुरू कर दी थी। उस योजना में तो दो बांध बनकर तैयार हो चुके हैं। मोदी अब किस बात का शिलान्यास करने आ रहे हैं। मोदी हमारे किए कामों का शिलान्यास कर रहे हैं तो वो अलग बात है। मोदी को राजस्थान की जनता से माफी मांगनी चाहिए कि उनकी वजह से योजना में देरी हुई। मोदी ने अजमेर और जयपुर में जनता से चुनावी वादा किया था कि ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना बनाया जाएगा, लेकिन यह दर्जा आज तक नहीं मिला। अब जब इसे लागू करना चाह रहे हैं तो इसका नाम बदलकर पीकेसी कर दिया। राजस्थान सरकार ने एमपी से जो समझौता किया, वो जनता के सामने आना चाहिए। ये एमओयू को विधानसभा, जनता और मीडिया में नहीं बता सकते तो छुपा क्यों रहे हो। यह गंभीर मुद्दा है कि एमओयू होने के बाद सरकार इसे दबाकर बैठी है।
सीएम से पूछना चाहता हूं कि उनके कौनसे भगवान बड़े
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सीएम भजनलाल शर्मा के मंदिरों में धोक लगाने की बात पर कटाक्ष कसते हुए पूछा है कि सीएम प्रदेश की जनता को बताएं कि उनके मंदिरों में धोक लगाने वाले या दिल्ली वाले, कौनसे भगवान बड़े हैं। हम जल्दी ही अभियान चलाकर सरकार की विफलता और कांग्रेस सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता के बीच ले जाकर तुलना कराने का काम करेंगे। जो मुद्दे आएं हैं, उन्हें विधानसभा में उठाएंगे। भजनलाल सरकार के मन में हो, जो करेंगे, यह नहीं चलेगा। र्इंट का जवाब पत्थर से मिलेगा। किसानों, जवानों, युवाओं के मुद्दे कांग्रेस सदन में लेकर आएगी। भाजपा के मंत्री इस्तीफा देकर घूम रहे हैं। मुकदमा दर्ज हो गया, विधायक जनसुनवाई की जगह ढूंढ रहे हैं। सरकार में पांच पॉवर सेंटर हैं, वहां से पर्ची आने के बाद काम हो रहे हैं। सीएम भजनलाल शर्मा बताएं कि भरतपुर कितनी बार गए, घर और भगवान के धोक लगाने कितनी बार गए। दिल्ली धोक लगाने कितनी बार गए। यह गणना करो कि उनके लिए कौन भगवान है।
राजनीतिक रैलियों के लिए बच्चों की पढ़ाई प्रभावित करना उचित नहीं
पीएम मोदी की दादिया में रैली के लिए प्राइवेट बसों को जबरदस्ती लगवाने पर जूली ने कहा है कि पीएम मोदी की रैली के लिए रोडवेज की सरकारी सैकड़ों बसों को लगाया जा रहा है, जिससे आम नागरिकों को बेहद तकलीफ हो रही हैं। इसके साथ ही, प्राइवेट स्कूलों की जबरदस्ती छुट्टी करवा के बसों को भी लगाया जा रहा है, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। यह समय बच्चों के अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं का है, इसलिए यह और भी चिंताजनक है। सरकार को बच्चों की पढ़ाई को प्राथमिकता देनी चाहिए और राजनीतिक रैलियों के लिए बच्चों की पढ़ाई को प्रभावित नहीं करना चाहिए।
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