वेदों को नई पीढ़ी से जोड़ने और उनकी शिक्षाओं को सरल भाषा में बताना आज की बड़ी जरूरत : वासुदेव देवनानी 

लोगों को सरल भाषा में वेदों को समझाना आवश्यक

वेदों को नई पीढ़ी से जोड़ने और उनकी शिक्षाओं को सरल भाषा में बताना आज की बड़ी जरूरत : वासुदेव देवनानी 

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि वेदों से नई पीढ़ी को जोड़ने की आवश्यकता है। वेदों की शिक्षाओं को सरल भाषा में बताया जाना आज की जरूरत है

जयपुर। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि वेदों से नई पीढ़ी को जोड़ने की आवश्यकता है। वेदों की शिक्षाओं को सरल भाषा में बताया जाना आज की जरूरत है। हम कितने भी आधुनिक बन जाएं, वेदों की शिक्षाओं की आवश्यकता हमारे जीवन में सदैव बनी रहेगी। देवनानी शनिवार को केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित अरविंद के आलोक में वेद की आधुनिक व्याख्या पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वेद प्राचीनतम ग्रंथ हैं, लेकिन यह आज भी सामायिक है। लोगों को सरल भाषा में वेदों को समझाना आवश्यक है। 

देवनानी ने आह्रान किया कि वेदों का सरलीकरण से विवेचन करें ताकि लोगों को वेदों की अनुभूति हो सके और वे समझ सके कि मानव जीवन की समस्याओं का समाधान वेदों में हैं। देवनानी ने कहा कि वेद अतीत नहीं वर्तमान हैं। आमजन को उनकी अनुभूति करने की आवश्यकता है। यह केवल आध्यात्मिक अनुष्ठान ही नहीं है बल्कि चेतना की गहरी परतों तक पहुंचने वाला अथाह ज्ञान है। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के निदेशक सुदेश कुमार शर्मा ने स्वागत उद्बोधन किया। संगोष्ठी को डॉ अजीत सबनीस और डॉ आलोक पांडे ने भी संबोधित किया। वैदिक मंत्र उच्चारण डॉ सुधाकर पांडे ने किया। 

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