65 तरह की रियायतों के बाद भी इंतजार में आवेदक खामियां बताकर 48763 प्रकरण निरस्त किए
प्रशासन शहरों के संग अभियान के हाल पहले से लंबित प्रकरणों पर कोई गौर नहीं, दस लाख का लक्ष्य पाना अभी दूर

अभियान के लिए पहली बार सालों से आबादी में काबिज लोगों को अधिनिमय की धारा-69ए के तहत 501 रुपए में पट्टा देने की मुहिम शुरू की गई, लेकिन इसका भी लोगों को फायदा नहीं मिल सका।
जयपुर। शहरी क्षेत्रों में मकान और प्लाट का पट्टा देने के लिए प्रशासन शहरों के संग अभियान में दी गई राहतों के बाद भी शहरी बाशिंदों को अभी आवासों का पट्टा नहीं मिल पा रहा है। अभियान में अब तक प्राधिकरण और यूआईटी को पट्टे के लिए 238641 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें 344617 पट्टे जारी किए गए, जबकि 2123 अस्वीकृत कर दिए गए। इसी तरह 240 स्थानीय निकायों में पट्टे के लिए 593086 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें 499721 पट्टे जारी किए गए, जबकि 46640 आवेदन अस्वीकृत कर दिए गए। अर्थात अभियान के दौरान गुरुवार तक 844338 पट्टे जारी किए गए है।
धारा-69-ए भी नहीं दिखा सकी जादू
अभियान के लिए पहली बार सालों से आबादी में काबिज लोगों को अधिनिमय की धारा-69ए के तहत 501 रुपए में पट्टा देने की मुहिम शुरू की गई, लेकिन इसका भी लोगों को फायदा नहीं मिल सका। इनमें मौका मुआयना से भी मुक्त किया गया है, इसके बावजूद अभियान में 10 लाख पट्टों का लक्ष्य अभी तक हासिल नहीं किया जा सका है।
पांच यूआईटी की स्थिति खराब
भीलवाड़ा ने 110, सीकर ने 3076, आबू ने 470, बाड़मेर ने 204, जैसलमेर ने 104 ही पट्टे बांट सकी।
इन निकायों की हालत खराब
हमीरगढ़, बासनी, बोरावद, जायल, सीकरी, उच्चैन, बसेरी, सिरमथुरा, सपोटरा, बामनवास, बौंली, खाजुवाला, लालगढ़-जाटान, टीब्बी, बहादुलपुर, बंससोर, गोविन्दगढ़, कोटकासिम, लक्ष्मणगढ़, रामगढ़, टपूकडा, मंडावर, मंडावरी, बस्सी, मनोहरपुर, नारायणा, पाटवा, गुढागौडजी, अजीतगढ़, दातारामगढ़, खाटूश्यामजी, सिवाना, रानीवाड़ा, बालेसरसटा, भोपालगढ़, मारवाड़ जंक्शन, जावल, अटरू, सुल्तानपुर, प्रतापपुर गढ़ी, धरियावद, ऋषभदेव, सेमारी आदि।
इन खामियों को दूर करें तो अभियान में लोगों को मिलेगी राहत
सरकार केवल पट्टे बांटने की वाहीवाही तो लूटती है, लेकिन पहले से पट्टे के लिए लंबित फाइलों पर कोई गौर नहीं होता। आवेदक दफ्तरों के चक्कर काटते रहते है। अभियान को सफल बनाने के लिए ऐसे प्रकरणों में राहत देनी होगी और बेवजह लोगों को छोटी-छोटी कमी पूरी करने का एक बार ही बताना होगा ताकि बार-बार उसे परेशान नहीं होना पडेÞ। इन खामियों को दुरुस्त किया जाए तो आमजन के लिए शुरू किए गए अभियान का उदेश्य भी पूरा हो सकेगा और लोगों को पट्टे भी मिल सकेंगे। इन अभियानों से जुड़े से कुछ अधिकारियों का भी मानना है कि जब पेंडिंग मामलों की फेहरिस्त बने, उनकी कमियां दूर करवाकर नागरिकों को लाभ दिलाने की जिम्मेदारी जिले के प्रशासनिक मुखिया की हो और सभी कमियों का निराकरण तत्काल हो।
अब तक कितने पट्टे बांटे
निकाय प्राप्त आवेदन पट्टे जारी निरस्त
स्थानीय निकाय 593086 499721 46640
अजमेर विकास प्रा. 10459 9943 516
जयपुर विकास प्राधि. 104467 104150 317
जोधपुर विकास प्राधि. 27402 27226 176
अभियान में कमियों को पूरा कराते हुए पट्टे जारी करने के निर्देश दिए हंै। जो आवेदन निरस्त होते हंै, उनमें कई ऐसे होते हैं, जो प्रतिबंधित क्षेत्र से है, उन्हें पट्टा नहीं दे सकते।
- कुंजीलाल मीणा, प्रमुख सचिव नगरीय
विकास एवं आवासन विभाग
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