होली रो धमाल, अब की बार उड़े देशी गुलाल : मार्केट में सिर्फ मेड इन इंडिया, चाइनीज पिचकारियों और कलर्स का बहिष्कार
2 हजार करोड़ पार कारोबार के आसार गुलाल से बाजार गुलजार
फाग उत्सव और होली के लिए ग्राहकों के पहली पसंद लाल, गुलाबी और भगवा रंग की हर्बल गुलाल की मांग अधिक है।
जयपुर। खुशनुमा मौसम के साथ रंग, गुलाल और पिचकारी के व्यापारियों के चेहरे खिले-खिले दिख रहे हैं। गुलाबी नगरी के बाजार सजधज कर तैयार हैं। नए और आकर्षक कलर्स के साथ हर्बल और फ्रूट्स फ्लेवर की गुलाल की मांग अधिक है। लाख के गुलाल गोटे और सिलिकॉन के गुलाल गोटे के साथ गुलाल सिलेण्डर के साथ पंप वाली पिचकारी की मांग अधिक है। गुब्बारे, कलर स्मोक, स्प्रे कलर्स के साथ डिजाइनर पैकेट्स के साथ रिटेल मार्केट बिक्री के लिए तैयार है।
फ्रूट्स फ्लेवर्स की मांग बढ़ी
होली पर फ्रूटस फ्लेवर गुलाल की मांग अधिक है। मैंगो, बनाना, ऐपल, पाइनऐपल, स्ट्रॉबरी और लैवेंडर फ्रैग्नेंस को यूथ अधिक पसंद कर रहे हैं। हम सभी प्राकृतिक फल और फूलों से गुलाल और कलर तैयार करते हैं। त्वचा को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचे इसका विशेष ध्यान रखा जाता है। फूल और प्राकृतिक चीजों से बने हर्बल गुलाल की काफी डिमांड है। जयपुर गुलाल की मंडी है, यहां से प्रदेशभर में सप्लाई की जाती है। हर्बल गुलाल को तैयार करने में प्राकृतिक फल-फूलों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
-मंटू जैन, डायरेक्टर, पूनम पेंट्स
मार्केट में 25 फीसदी इजाफा
पिछले साल के सीजन से इस बार खुशनुमा मौसम के कारण मार्केट में 25 फीसदी अधिक कारोबार के आसार है। कच्चे माल की बढ़ती कीमत के कारण पिछले साल से इस बार कीमतों में दस फीसदी का इजाफा है। चाइना को मात देते हुए अब सिर्फ मेक इन इंडिया प्रॉडक्ट्स की बिक्री हो रही है।
-मुकेश जैन, जनरल सेक्रेट्री, इंडियन स्मॉल पेंट्स एसोसिएशन
भगवा-लाल रंग पहली पसंद
फाग उत्सव और होली के लिए ग्राहकों के पहली पसंद लाल, गुलाबी और भगवा रंग की हर्बल गुलाल की मांग अधिक है। मंदिरों में गुलाल अर्पण के लिए यही कलर सबसे अधिक बिक रहे हैं। साथ ही यहां आने वाले लोग हर्बल और ऑर्गेनिक रंग के साथ गुलाल की भी काफी मांग कर रहे हैं।
-मोहन कचोलिया, विक्रेता
इंडिया में बन रही पिचकारियां
अब इंडिया में सभी प्रकार के खिलौने और पिचकारियां बन रही हैं। चाइना प्रॉडक्ट्स का व्यापारियों ने ही नहीं बल्कि आमजन ने भी बहिष्कार कर दिया है। मार्केट में सिर्फ मेड इन इंडिया प्रॉडक्ट्स है।
-दिनेश जसोरिया, डायरेक्टर, महेश टॉयज
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