रियल एस्टेट और पान मसाला कारोबारियों पर आयकर छापेमारी जारी : प्रोपर्टी कारोबारी के घर के फर्श में मिली कैश-ज्वैलरी से भरी तिजोरी
फर्श में गड़बड़ी दिखी तो लगाया मैटल डिटेक्टर
वहीं इन कारोबारियों के डिजिटल रिकॉर्ड की छानबीन करने पर क्लाउड सर्वर पर करीब एक हजार करोड़ रुपए के लेनदेन का हिसाब भी मिला है।
जयपुर। आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग की ओर से जयपुर और कोटा में रियल एस्टेट और पान मसाला कंपनियों से जुड़े कारोबारियों-सहयोगियों के 30 ठिकानों पर छापेमारी गुरुवार को तीसरे दिन भी जारी रही। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कार्रवाई के दौरान जयपुर में प्रॉपर्टी कारोबारी के घर के एक कमरे में जमीन में दबी खुफिया तिजोरी मिली है। इस तिजोरी में ज्वैलरी और भारी मात्रा में नकदी मिली है। ऐसे में कैश को गिनने के लिए मशीन मंगवाई गई। प्रॉपर्टी कारोबारी के मानसरोवर स्थित घर पर यह कार्रवाई कार्रवाई चल रही है।
फर्श में गड़बड़ी दिखी तो लगाया मैटल डिटेक्टर
यहां छापामारी के दौरान आईटी टीम को प्रॉपर्टी कारोबारी के एक कमरे के फर्श में कुछ गड़बड़ लगी। प्रॉपर्टी कारोबारी से पूछा तो उसने नई तकनीक और न्यू स्टाइल का कहकर टाल दिया। मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद फर्श को तोड़ा गया, जिसके अंदर तिजोरी थी। तिजोरी में सोने-चांदी की ज्वैलरी और नोट मिले हैं। टीम प्रॉपर्टी कारोबारी से इस संबंध में जानकारी जुटा रही है। वहीं विभाग की टीमें इन कारोबारियों के अन्य ठिकानों पर भी सर्च कर रही हैं।
क्लाउड सर्वर पर एक हजार करोड़ के लेन-देन का कच्चा चिट्ठा
वहीं इन कारोबारियों के डिजिटल रिकॉर्ड की छानबीन करने पर क्लाउड सर्वर पर करीब एक हजार करोड़ रुपए के लेनदेन का हिसाब भी मिला है। इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है। वहीं कार्रवाई अभी जारी है और जल्द ही इसका खुलासा होने की संभावना है। गौरतलब है कि विभाग ने हाई फ्लाई रियल एस्टेट ग्रुप, सिग्नेचर पान मसाला के सिद्धेश्वर गम्स, गोकुल कृपा ग्रुप, रियासत ग्रुप, किसान रियल एस्टेट एंड डेवलपर्स और बीआरबी डेवलपर्स से जुड़े जयपुर और कोटा में करीब 30 ठिकानों पर कार्रवाई की थी।

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