ईसरदा बांध की टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू, प्रदेश के बांधों में जलस्तर 63.92 प्रतिशत तक पहुंचा
निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रथम भराव की व्यवहार्यता की जांच करना
ईसरदा बांध को लेकर अधिकारियों ने केंद्रीय जल आयोग की टीम के इंतजार के बिना ही बांध का निरीक्षण कर लिया है।
जयपुर। ईसरदा बांध को लेकर अधिकारियों ने केंद्रीय जल आयोग की टीम के इंतजार के बिना ही बांध का निरीक्षण कर लिया है। निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रथम भराव की व्यवहार्यता की जांच करना था, जिसके बाद यह तय हुआ कि बांध को 253 आरएल मीटर तक भरने की टेस्टिंग के लिए तैयार है।
टेस्टिंग चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। योजना के अनुसार, 30 जुलाई तक बांध को 249.60 आरएल मीटर, 7 अगस्त तक 250.20 आरएल मीटर, 15 अगस्त तक 250.80 आरएल मीटर, 22 अगस्त तक 251.40 आरएल मीटर, 31 अगस्त तक 252 आरएल मीटर, 7 सितंबर तक 252.60 आरएल मीटर और 15 सितंबर तक 253 आरएल मीटर तक भरा जाएगा।
इधर, पूरे राजस्थान के बांधों में भी मानसून की अच्छी बारिश के चलते जलस्तर में अच्छी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। प्रदेश के बांधों में कुल भराव क्षमता का 63.92 प्रतिशत पानी मौजूद है, जो कि 17 जुलाई के मुकाबले 28.27 प्रतिशत अधिक है। इस मानसून अब तक बांधों में 20.58 प्रतिशत पानी की आवक हो चुकी है, जबकि पिछले 24 घंटे में ही 88.64 एमक्यूएम पानी आया है।
वर्तमान में प्रदेश के 115 बांध लबालब हो चुके हैं, जिनमें से 5 बांध पिछले 24 घंटे में ही लबालब हुए हैं। 404 बांध आंशिक रूप से भरे हुए हैं। संभागवार आंकड़ों के अनुसार, कोटा में 83.22%, जयपुर में 63.33%, बांसवाड़ा में 63.63%, भरतपुर में 49.91%, उदयपुर में 40.55% और जोधपुर संभाग में मात्र 29.24% भराव क्षमता दर्ज की गई है। इससे साफ है कि मानसून के प्रभाव से प्रदेश के जलस्रोतों की स्थिति बेहतर हो रही है और ईसरदा जैसी बड़ी परियोजनाएं परीक्षण के लिए तैयार हैं।

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