सड़क खोदकर भूला जेडीए, लोगों की बढ़ी परेशानियां : मई माह से आज तक नहीं हुआ काम पूरा, अभी भी लगेगा एक-डेढ़ माह का और समय
जर्जर हालत के कारण दोपहिया वाहन चालक सबसे अधिक परेशान
एनबीसी के सामने क्षतिग्रस्त सड़क से गुजरने वाले वाहन चालकों को कई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लंबे समय से क्षतिग्रस्त पड़ी इस सड़क पर जगह-जगह बने गड्ढों और उखड़े डामर ने वाहन चालकों से वहां रहने वाले स्थानीय लोगों के साथ ही राहगीरों का पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है।
जयपुर। खातीपुरा में हसनपुरा पुलिया, एनबीसी के सामने क्षतिग्रस्त सड़क से गुजरने वाले वाहन चालकों को कई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लंबे समय से क्षतिग्रस्त पड़ी इस सड़क पर जगह-जगह बने गड्ढों और उखड़े डामर ने वाहन चालकों से वहां रहने वाले स्थानीय लोगों के साथ ही राहगीरों का पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। जयपुर विकास प्राधिकरण ने इस रोड को बनाने के लिए मई माह में कार्यादेश जारी किए थे, लेकिन मौके पर बिजली की लाइन शिफ्टिंग करने में हुई देरी के साथ ही मौके पर पेड़ों को हटाने में देरी से मिली स्वीकृति के चलते सड़क की मरम्मत का काम समय पर नहीं हो रही है और वहां दिनभर धूल उड़ती है, जिससे व्यापार भी प्रभावित हो रहा है।
गुजरते हजारों वाहन
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। यह सड़क न केवल खातीपुरा और हसनपुरा के बीच प्रमुख संपर्क मार्ग है, बल्कि वैशाली नगर, सीकर रोड और रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए भी मुख्य रास्ता है, लेकिन सड़क की दुर्दशा के कारण वाहन धीरे-धीरे रेंगते हैं, जिससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
आवागमन में दोगुना समय
क्षेत्रवासियों ने बताया कि सड़क की जर्जर हालत के कारण दोपहिया वाहन चालक सबसे अधिक परेशान हैं। जगह-जगह सड़क खोदने से वाहनों को रुक-रुक कर चलना पड़ता है इससे लोगों को अपने स्थान पर जाने में दोगुना समय लगने के साथ ही दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है। आस-पास के दुकानदारों का कहना है कि धूल मिट्टी एवं क्षतिगस्त सड़क के चलते उनका व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। स्कूल जाने वाले बच्चों के साथ ही बुजुगार्ें के लिए यह रास्ता और भी जोखिम भरा साबित हो रहा है।
इनका कहना है...
मई माह में कार्यादेश जारी करने के बाद बारिश के चलते काम समय पर शुरू नहीं हो पाया। साथ ही मौके पर पेडों को शिफ्टिग करने में देरी से स्वीकृति मिलने के साथ ही बिजली की लाइनों को शिफ्ट किया। अब वहां पेयजल लाइन को शिफ्ट करने के लिए जलदाय विभाग को पत्र लिखा गया है। मौके पर रोड बनाने के साथ ही फुटपाथ बनाने, मीडियन बनाने का काम किया जाएगा और अब काम की गति तेज कर दी गई है। दिसंबर माह तक काम पूरा कर लिया जाएगा।
-देवेन्द्र गुप्ता,
डायरेक्टर इंजीनियरिंग, जेडीए।

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