माइनिंग प्लान और नोड्यूज सेवाएं ऑनलाइन, खानधारकों की समय की बचत
राजस्व संग्रहण में समग्र प्रयास करने के निर्देश दिए
अब हमें मेजर मिनरलों में ही लाइमस्टोन के साथ ही अन्य मेजर मिनरलों के एक्सप्लोरेशन से लेकर ऑक्शन की और ध्यान देना होगा।
जयपुर। खान एवं भूविज्ञान विभाग की सभी सेवाओं को चरणवद्ध तरीके से ऑनलाइन किया जाएगा। प्रमुख सचिव खान एवं पेट्रोलियम टी. रविकांत ने कहा कि मेजर मिनरल ब्लॉकों की नीलामी में इस तरह से कार्य योजना तैयार की जाए, ताकि प्रधान खनिजों की नीलामी में विविधिकरण लाया जा सके। इस समय लाइमस्टोन के ही सर्वाधिक ब्लाकों की नीलामी की जा रही है, जबकि राजस्थान में अन्य मेजर मिनरल के भण्डार भी उपलब्ध है।
उन्होंने राजस्व संग्रहण में समग्र प्रयास करने के निर्देश दिए और पुरानी बकाया वसूली पर जोर देना होगा। प्रमुख सचिव माइंस उदयपुर खनिज भवन में निदेशक दीपक तंवर के साथ वरिष्ठ अधिकारियों से संवाद कर रहे थे। अब हमें मेजर मिनरलों में ही लाइमस्टोन के साथ ही अन्य मेजर मिनरलों के एक्सप्लोरेशन से लेकर ऑक्शन की और ध्यान देना होगा।
विभाग की एक अन्य प्रमुख प्राथमिकता नीलाम माइंस को जल्द से जल्द परिचालन में लाने के ठोस प्रयास करने होंगे। ब्लॉकों के डेलिनियेशन के समय ही चारागाह या अन्य अवरोध वाले स्थानों से परे ब्लॉक तैयार किये जाएं, ताकि ऑक्शन ब्लॉकों को परिचालन लाने में अनुमतियों के चक्चर में देरी ना हो। निदेशक माइंस दीपक तंवर ने बताया कि माइनिंग प्लान के ऑनलाइन अनुमोदन व नोड्यूज की ऑनलाइन व्यवस्था से खानधारकों को राहत मिली है।

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