कांग्रेस के नवगठित जिलों को जल्दी मिल सकते हैं अध्यक्ष, नामों के पैनल दिल्ली पहुंचे
जोधपुर ग्रामीण पश्चिम में नए जिलाध्यक्षों की घोषणा
कांग्रेस ने जयपुर ग्रामीण से जयपुर ग्रामीण पश्चिम अलग जिला बनाया है, जिसमें कोटपुतली-बहरोड़ शामिल होंगे।
जयपुर। प्रदेश कांग्रेस की ओर से नव गठित जिलों में जल्दी ही अध्यक्ष की नियुक्ति की जा सकती है। जिलाध्यक्ष नियुक्ति के लिए प्रदेश कांग्रेस ने सभी नवगठित जिलों के लिए तीन-तीन नामों के पैनल मंजूरी के लिए दिल्ली भेज दिए हैं। संगठन के बनाए नए जिलों में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए पार्टी की कवायद तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस ने नए बनाए जिले जयपुर ग्रामीण पश्चिम, डीग, बालोतरा, नीमकाथाना, ब्यावर, सलूम्बर, भीलवाड़ा ग्रामीण और जोधपुर ग्रामीण पश्चिम में नए जिलाध्यक्षों की घोषणा बाकी है।
कांग्रेस ने जयपुर ग्रामीण से जयपुर ग्रामीण पश्चिम अलग जिला बनाया है, जिसमें कोटपुतली-बहरोड़ शामिल होंगे। इसके अलावा भरतपुर से डीग, बाड़मेर से बालोतरा अलग जिला बनाया है। सीकर से नीमकाथाना, अजमेर से ब्यावर, उदयपुर से सलूम्बर तथा भीलवाड़ा जिले से भीलवाड़ा ग्रामीण और जोधपुर ग्रामीण से जोधपुर ग्रामीण पश्चिम अलग जिला बनाया गया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि स्थानीय नेताओं और पीसीसी पर्यवेक्षकों के फीडबैक के आधार पर तीन-तीन नामों के पैनल भेजे गए हैं। हाईकमान की मंजूरी के बाद जल्दी ही नए जिलाध्यक्षों की घोषणा होगी।
गुजरात फॉर्मूला नहीं, पीसीसी फॉर्मूला चलेगा
पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने हाल ही में मीडिया से बातचीत में कहा था कि बदलाव एक सतत प्रक्रिया है। नए जिलों में पहले भी संगठन था, लेकिन संगठन के लिहाज से कुछ जिले अलग बनाए गए हैं। प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी हाल ही में मीडिया से बातचीत में राजस्थान में गुजरात फॉर्मूले को लेकर कहा था कि जिन प्रदेशों में कांग्रेस मजबूत है, वहां पर गुजरात फॉर्मूला लागू नहीं होगा। राजस्थान में नए जिलाध्यक्षों के नाम तय करने के अधिकार पीसीसी को दे दिए गए थे।

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