उद्योग, पर्यावरण और खनन के संतुलन पर मंथन, राठौड़ ने कहा - धरती की दौलत का जनकल्याण में संतुलित उपयोग ही असली विकास
वैल्यू एडिशन पर विशेष ज़ोर दिया जा रहा है
राठौड़ ने कहा कि धरती की दौलत को जनकल्याणकारी कार्यों में पर्यावरण संतुलन के साथ लगाना ही असली विकास है। राजस्थान में बिजनेस करना आसान और सस्ता बनाना सरकार की प्राथमिकता है।
जयपुर। इंडिया स्टोनमार्ट-2026 की पूर्व गतिविधियों के अंतर्गत लघु उद्योग भारती, राजस्थान की ओर से बुधवार को कॉन्स्टीट्यूशन क्लब, जयपुर में राज्य स्तरीय संगोष्ठी हुई। "पर्यावरण, उद्योग एवं खनन" विषयक पर हुई इस संगोष्ठी में राजस्थान सरकार के उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, राज्य मंत्री के.के. विश्नोई, लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा, खनन, पर्यावरण एवं उद्योग विभाग के प्रमुख शासन सचिव, रीको के वरिष्ठ अधिकारी, पर्यावरणविद, खनन विशेषज्ञ और प्रदेशभर से आए सैकड़ों उद्यमियों ने भाग लिया।
राठौड़ ने कहा कि धरती की दौलत को जनकल्याणकारी कार्यों में पर्यावरण संतुलन के साथ लगाना ही असली विकास है। राजस्थान में बिजनेस करना आसान और सस्ता बनाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि राज्य में साढ़े सात लाख एमएसएमई इकाइयाँ संचालित हैं और मिनरल्स की प्रचुरता राज्य को औद्योगिक रूप से समृद्ध बनाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ विजन के अनुरूप मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य में उद्योगों की रफ्तार को और तेज किया जाएगा। इसके लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस और रीप्स पॉलिसी लागू की गई है। इसके साथ ही उद्योगों में वैल्यू एडिशन पर विशेष ज़ोर दिया जा रहा है।

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